
Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक अजीब घटना ने सभी को हैरान कर दिया. जहां मुहाना थाना क्षेत्र के दादू दयाल नगर में एक फ्लैट में निजी बैंक कर्मचारी पति और उनकी गृहिणी पत्नी ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना ने न केवल पुलिस बल्कि परिजनों और पड़ोसियों को भी हैरान कर दिया. मृतक दंपति की दो बेटियां हैं, जो इस वक्त सदमे में हैं.
गांव गई हुई थी बेटियां
मृतक धर्मेंद्र चौधरी (नंदबई, भरतपुर) आईडीएफसी बैंक में सेल्स मैनेजर थे, जबकि उनकी पत्नी सुमन चौधरी गृहिणी थीं. दोनों की 11 और 8 साल की दो बेटियां हैं, जो स्कूल की छुट्टियों के चलते अपने गांव हंतरा-नंदबई गई हुई थीं. पड़ोसियों और परिजनों के अनुसार, दंपति में गहरा प्यार था और कभी कोई झगड़ा नहीं होता था. लेकिन फिर भी अचानक उठाए गए इस कदम ने सभी को सोच में डाल दिया है.
जाने कैसे हुआ घटना का खुलासा
शुक्रवार को धर्मेंद्र बैंक नहीं गए. उनके सहकर्मियों ने कई बार फोन किया, लेकिन जवाब न मिलने पर उनके दोस्त को सूचना दी. दोस्त की बेटी ने फ्लैट पर जाकर दरवाजा खटखटाया. कोई जवाब न मिलने पर पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर का दृश्य देखकर सभी सन्न रह गए. धर्मेंद्र और सुमन फंदे पर लटके मिले. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की. हालांकि कोई सुसाइड नोट नहीं मिला.
सीसीटीवी फुटेज ने बढ़ाई उलझन
पुलिस को फ्लैट के पास की पार्किंग में सीसीटीवी फुटेज मिली, जिसमें धर्मेंद्र और सुमन के बीच नोकझोंक और रूठने-मनाने का दृश्य दिखा. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि आत्महत्या से पहले दोनों में किसी बात को लेकर विवाद हुआ होगा. पुलिस इस फुटेज के आधार पर जांच कर रही है. परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है.
पुलिस की जांच और सवाल
मुहाना थाना पुलिस और एफएसएल टीम मौके की जांच में जुटी है. पुलिस दोनों के मोबाइल चैट और कॉल रिकॉर्ड खंगाल रही है, ताकि यह पता चल सके कि आखिर आत्महत्या का कारण क्या था. आर्थिक तंगी की बात से भी पुलिस ने इनकार किया है, क्योंकि धर्मेंद्र आर्थिक रूप से संपन्न थे. समाज के लोगों ने बताया कि धर्मेंद्र शराब भी पीते थे.
बेटियों का टूटा सहारा
इस घटना ने दंपति की दो मासूम बेटियों का सहारा छीन लिया. दोनों बेटियां फिलहाल भरतपुर में अपने दादा और चाचा के पास हैं.
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