
ACB action in Dholpur nagar parishad: धौलपुर नगर परिषद में एसीबी की कार्यवाही के बाद आयुक्त से भी पूछताछ जारी है. चालक और चपरासी से लेकर आयुक्त तक, सभी शक के घेर में हैं. एसीबी ने कल (11 सितंबर) को बड़ी कार्रवाई करते हुए 5 कर्मचारियों को ट्रैप किया था. इसके बाद से नगर परिषद कार्यालय भ्रष्टाचार के मामले में घिर गया है. शिकायतकर्ता का आरोप है कि आयुक्त बिल पास करने के एवज में 2 लाख रुपए, जबकि एईएन प्रिया झा बिल सत्यापन के नाम पर 70 हजार रुपए की रिश्वत की मांग कर रही थी. एईएन का सौदा ठेकेदार से 60 हजार रुपए में तय हो गया था.
आयुक्त के नाम पर मांगी गई रिश्वत
राजकीय संवेदक की शिकायत पर नगर परिषद कार्यालय में तैनात महिला एईएन समेत पांच कर्मचारियों को 3 लाख 10 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. रिश्वत की राशि आयुक्त अशोक शर्मा के नाम से मांगी जा रही थी. इसके बाद से ही एसीबी ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.
यह है मामला
परिवादी ने भरतपुर एसीबी कार्यालय एक शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि वर्ष 2024 में शहर की कॉलोनियों में बरसात से जलभराव हुआ था. जलभराव की निकासी को लेकर नगर परिषद ने टेंडर निकाला. टेंडर मिलने के बाद ठेकेदार ने काम भी पूरा कर दिया, बावजूद इसके बिल का भुगतान नहीं किया गया. बिल पास करने की एवज में कर्मचारियों की ओर से रिश्वत की डिमांड की जा रही थी.
परिषद के कर्मचारी भी मांग रहे थे कमीशन
इनके अलावा कैशियर भरत, लिपिक नीरज शर्मा,हरेन्द्र अलग-अलग कमीशन मांग रहे थे. एसबी के एडिशनल एसपी अमित सिंह ने बताया ठेकेदार की शिकायत का गुप्त तरीके से भौतिक सत्यापन करने के बाद कार्रवाई की गई.
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