
Didwana-Kuchaman tops in farmer registry: डीडवाना-कुचामन जिला फार्मर रजिस्ट्री में राजस्थान में पहले स्थान पर रहा. 2 लाख 17 हजार से अधिक किसानों का पंजीकरण हुआ. अब किसानों को सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा. ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित किसान रजिस्ट्री शिविरों में डीडवाना-कुचामन जिले ने शानदार प्रदर्शन किया. जिले ने निर्धारित लक्ष्य को पूरा कर राज्य में पहला स्थान हासिल किया है. 31 मार्च तक आयोजित शिविरों में 2 लाख 17 हजार 666 किसानों का पंजीकरण हुआ. राजस्व कार्मिकों ने घर-घर जाकर किसानों से संपर्क किया और उनकी फार्मर आईडी बनाई.
कलेक्टर बोले- यह सामूहिक प्रयास का नतीजा
जिला कलक्टर पुखराज सेन ने शिविरों का नियमित निरीक्षण किया. उन्होंने ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को अधिक से अधिक किसानों का रजिस्ट्रेशन करने के लिए प्रेरित किया. मीणा ने कहा कि यह सफलता सामूहिक प्रयास का नतीजा है.
क्या है फार्मर आईडी के फायदे?
फार्मर आईडी से किसानों को कई लाभ मिलेंगे. यह आईडी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि, कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ लेने के लिए अनिवार्य होगी. भविष्य में नामांतरण और क्रय-विक्रय पंजीयन में भी इसकी जरूरत होगी. यूनिक आईडी से सरकारी योजनाओं तक पहुंच आसान होगी.
फार्मर आईडी से पात्र किसान स्वतः योजनाओं से जुड़ सकेंगे. न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल खरीद बिना अतिरिक्त दस्तावेज के संभव होगी. डिजिटल तरीके से फसल बीमा, किसान क्रेडिट कार्ड से ऋण और बाजारों तक पहुंच आसान होगी. फसलों, मृदा और जलवायु के अनुसार परामर्श सेवाएं भी मिलेंगी. फार्मर आईडी से सरकारी योजनाओं का लाभ समान रूप से वितरित होगा. इससे वंचित पात्र किसानों की पहचान संभव होगी.
फिलहाल जारी रहेगा रजिस्ट्री का काम
जिला प्रशासन ने कहा कि रजिस्ट्री का कार्य आगे भी जारी रहेगा. जिन किसानों का पंजीकरण नहीं हुआ, उनके लिए जल्द नए शिविर आयोजित किए जाएंगे. प्रशासन का लक्ष्य है कि जिले का हर किसान सरकारी योजनाओं से जुड़े.
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