
Didwana salt business ruined: डीडवाना जिले का नावां शहर नमक उत्पादन के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है. यहां पूरे राजस्थान का 80% और देश का लगभग 10% नमक उत्पादित होता है. नमक उत्पादन के मामले में नावां, गुजरात के बाद देश में दूसरे स्थान पर है. लेकिन इस साल हुई बेमौसम बारिश ने नमक उत्पादन पर कहर बरपाया है. सिर्फ जून महीने में हुई बेमौसम बारिश के कारण नावां नमक उद्योग का लगभग 500 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है और इसके कारण नमक उत्पादन में 40 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है.
नावां नमक उद्योग में 2500 उत्पादन इकाइयां हैं स्थित
जून की बारिश में 500 करोड़ रुपये का नमक का माल बह गया
नमक विकास एवं कल्याण समिति, नावां के अध्यक्ष दिनेश जांदू ने बताया कि गर्मी के मौसम में जब तेज धूप होती है और तापमान अधिक होता है, तो बड़े पैमाने पर नमक का उत्पादन होता है. आमतौर पर मई और जून के महीनों में तेज गर्मी के कारण नमक उत्पादन में बंपर बढ़ोतरी होती है, लेकिन इस बार जून के पहले सप्ताह में हुई बारिश ने नमक कारोबार को बुरी तरह प्रभावित किया है. जिससे बड़ी मात्रा में उत्पादित नमक पानी में बह गया। अकेले जून महीने में हुई बारिश से करीब 500 करोड़ रुपये का नमक कारोबार प्रभावित हुआ. इसके चलते नमक उत्पादन में करीब 40 फीसदी की गिरावट आई.
50,000 लोगों को मिलता है रोजगार
नवां में स्थापित उत्पादन इकाइयों और रिफाइनरियों से लगभग 50,000 लोगों को रोजगार मिलता है.नवां नमक मंडी में उत्पादित देश के नमक का 10% उत्तरी भारत भेजा जाता है. नवां में हर साल लगभग 2,000 करोड़ रुपये का नमक होता है, लेकिन इस बार जब सीजन शुरू हुआ तो नमक उत्पादक 15 दिनों की हड़ताल पर चले गए. बाद में जून के महीने में बेमौसम बारिश के कारण नमक का कारोबार पूरी तरह प्रभावित हुआ.

2500 उत्पादन इकाइयां हैं स्थित
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नमक की तलहटियां बारिश के पानी से भरी
अब मानसून की बारिश के बाद नमक उत्पादन पूरी तरह ठप हो गया है. नमक की तलहटियां बारिश के पानी से भर गई हैं. नमक झील क्षेत्र में बारिश का पानी इतना ज़्यादा है कि उसे सूखने में काफ़ी समय लगेगा. इस वजह से नमक उत्पादन इकाइयां बंद हो गई हैं और हज़ारों मज़दूर काम के अभाव में बेरोजगार हो गए हैं.

रोजी रोटी पर संकट
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लाखों रुपए का हुआ नुकसान
इस हालात को लेकर नमक व्यापारी आनंदीलाल कुमावत ने बताया कि डीडवाना जिले में पिछले कुछ समय से मानसून की बरसात का दौर जारी है. इस बरसात से किसानों की फसलों को भले ही फायदा हुआ हो, मगर नावां में स्थित सांभर साल्ट क्षेत्र में बारिश ने नमक के कारोबार से जुड़े व्यापारियों के अरमानों को धो दिया है. इसकी वजह से नमक उत्पादकों व रिफाइनरी संचालकों को लाखों रुपए का नुकसान झेलना पड़ा, वही नमक का निर्माण करने वाले हजारों मजदूरों को भी रोजगार से वंचित रहना पड़ा और मजबूरी में उन्हें वापस अपने गांव लौटना पड़ा है.
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