
Rajasthan News: राजस्थान में डूंगरपुर के श्रीहरिदेव जोशी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एजेंसी के जरिए लगे करीब 100 नर्सिंगकर्मियों को अचानक हटाए जाने से विवाद खड़ा हो गया है. इन नर्सिंगकर्मियों को ढाई साल पहले एजेंसी के माध्यम से अस्पताल में काम पर रखा गया था.
ये कर्मचारी मरीजों की देखभाल और अस्पताल के कई महत्वपूर्ण कार्यों में जुटे थे. लेकिन अब राजमेस के जरिए यूटीबी आधार पर नई भर्ती के नाम पर पुराने कर्मचारियों को बिना नोटिस हटाया जा रहा है. इससे नाराज नर्सिंगकर्मियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
विधायक घोगरा का धरना और गंभीर आरोप
कांग्रेस विधायक गणेश घोगरा ने हटाए गए नर्सिंगकर्मियों के समर्थन में मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने कर्मचारियों के साथ जिला कलेक्टर निवास के बाहर धरना दिया. इस दौरान विधायक ने अस्पताल प्रशासन, एजेंसी और कुछ भाजपा नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए.
उन्होंने दावा किया कि नए नर्सिंगकर्मियों को डेढ़-डेढ़ लाख रुपये लेकर काम पर रखा जा रहा है. घोगरा ने कहा कि पुराने कर्मचारियों ने पैसे देने से इनकार किया, जिसके बाद उन्हें निशाना बनाकर हटाया गया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन में नियुक्त कर्मचारियों को जानबूझकर हटाकर पैसे देने वालों को मौका दिया जा रहा है.
कर्मचारियों की पीड़ा
हटाए गए नर्सिंगकर्मियों का कहना है कि वे ढाई साल से कम वेतन पर मेहनत से काम कर रहे थे. लेकिन तीन साल पूरे न होने के कारण उन्हें अनुभव प्रमाणपत्र और बोनस अंक भी नहीं मिल पाएंगे. इससे उनका भविष्य अधर में लटक गया है.
जांच और न्याय की मांग
विधायक गणेश घोगरा ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. उन्होंने हटाए गए कर्मचारियों को दोबारा काम पर रखने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. यह मामला अब जिले में चर्चा का विषय बन गया है. लोग इस मुद्दे पर सरकार और प्रशासन के रुख का इंतजार कर रहे हैं.
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