![ED Raid: करोड़ों की संपत्ति, भाजपा, कांग्रेस दोनों सें संबंध; ED ने मारी रेड तो लापता, जानिए कौन है बजरी कारोबारी मेघराज सिंह ED Raid: करोड़ों की संपत्ति, भाजपा, कांग्रेस दोनों सें संबंध; ED ने मारी रेड तो लापता, जानिए कौन है बजरी कारोबारी मेघराज सिंह](https://c.ndtvimg.com/2024-02/liradu08_meghraj-singh-ed-raid_625x300_14_February_24.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Meghraj Singh ED Raid: राजस्थान में बुधवार सुबह-सवेरे केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम की कई शहरों में एंट्री हुई. शुरुआत में तो लोगों को पता ही नहीं चला कि हो क्या रहा है? लेकिन दिन ढ़लते-ढ़लते तस्वीर साफ हुई. फिर पता चला कि ईडी की टीम खनन और होटल कारोबारी मेघराज सिंह (Meghraj Singh) के ठिकानों पर तलाशी अभियान चला रही है. प्रवर्तन निर्देशालय द्वारा मेघराज सिंह के जयपुर आवास सहित, नागौर, उदयपुर, जैसलमेर के कई ठिकानों पर दबिश दिए जाने के बाद कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई. कई लोगों ने चुप्पी की चादर भी ओढ़ ली. क्योंकि करोड़ों की संपत्ति वाले मेघराज सिंह के भाजपा, कांग्रेस दोनों से मधुर संबंध है. ईडी की छापेमारी अभी तक जारी है. लेकिन मेघराज सिंह का अभी तक कोई पता नहीं चला है. वो अंडरग्राउंड हो गए हैं.
हनुमान बेनीवाल बोले- मेरे आंदोलन से हरकत में आई ईडी, गहन जांच जरूरी
लेकिन आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि बजरी माफिया के विरुद्ध उनके आंदोलन और सरकार से हुई वार्ता के बाद अब ईडी हरकत में आई है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में एक कथित बजरी माफिया द्वारा किए गए अरबों के राजस्व नुकसान और अन्य आर्थिक अपराधों से जुड़े मामलों में ईडी की एंट्री हुई है, जो अच्छी बात है. ईडी को बजरी माफिया और उनके सहयोगी नेताओं की बजरी सहित अन्य मामलों में गहनता से जांच करने की आवश्यकता है.
सीकर में जन्मे मेघराज सिंह का नागौर में ससुराल
मेघराज सिंह शेखावत, राजस्थान बजरी कारोबारी और पर्यटन व्यवसाय का बड़ा नाम है. जिन्हें लोग मेघराज सा या मेघराज सिंह रॉयल के नाम से जानते हैं. मेघराज सिंह मूलत: राजस्थान के सीकर के रिंगस के पास रॉयल गांव का रहने वाले है. इनका ससुराल नागौर के ही चिन्दालिया गाँव में है.मेघराज सिंह पर बुधवार को गाज गिरी है.
मेघराज सिंह का जैसलमेर का भी विशेष नाता
मेघराज सिंह शेखावत का जैसलमेर से पुराना नाता है. जानकार बताते है कि लगभग 37 साल पहले जैसलमेर आकर शेखावत ने पर्यटन से जुड़े व्यवसाय में कदम रखा था. यहां शून्य से शुरुआत करते हुए उन्होंने सालों के लम्बे सफर में कई होटल्स बनाए. राजस्थान के कई पर्यटन से जुड़े जिलों में इनका व्यापार फैला हुआ है.
लीकर किंग पोंटी चड्ढा के साथ भी किया था बिजनेस
जानकारों की माने तो मेघराज सिंह ने पर्यटन व्यवसाय के साथ-साथ शराब के कारोबार से भी जुड़े रहे. कुछ लोग तो इनका नाम पोंटी चड्ढा जैसे बड़े व्यापारियों के पार्टनर के रूप में भी बताते है. हालांकि मेघराज सिंह के कई कारोबार रहे है. लेकिन बजरी खनन कारोबारी व पर्यटन व्यवसायी के रूप राजस्थान में इनका खासा नाम कमाया है.
भाजपा-कांग्रेस दोनों से मधुर संबंध
जानकारों की माने तो राजस्थान की सियासत में इनका नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं है. प्रदेश में सरकार भाजपा या कांग्रेस.... किसी भी पार्टी की रही हो इनका व्यापार हमेशा स्वस्थ रहा है. भाजपा व कांग्रेस के कई बड़े चेहरे प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से इनसे जुड़े हुए है. कुछ जानकारों का कहना है कि इनके कारोबार में कई नेता भी जुड़े रहे है.
राजपूत समाज के लोग भामाशाह पुकारते हैं
मेघराज सिंह शेखावत सोशल मीडिया पर मेघराज सिंह रॉयल के नाम से जाने जाते है,राजपूत समाज में इनका नाम एक भामाशाह के रूप में भी लिया जाता है.मेघराज सिंह राजपूत विकास परिषद,संस्थान के सरंक्षक व संस्थापक भी है. इनके दो बेटे मानवेन्द्र सिंह व राघवेन्द्र सिंह. मेघराज सिंह की कंपनी का नाम एमआरएस ग्रुप है. मेघराज इस कंपनी के सीएमडी हैं. जबकि इनका एक बेटा मानवेंद्र सिंह एमडी तो दूसरा बेटा राघवेंद्र सिंह ज्वाइंट एमडी है. माइनिंग और कंस्ट्रक्शन का काम राघवेंद्र संभालते हैं तो पर्यटन और फाइनांस का काम मानवेंद्र देखते हैं.
मानवेन्द्र सिंह भी पर्यटन व्यवसाय से जुड़े है.कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार वो पर्यटन व्यवसाय के ग्रुप में MD भी है.मानवेन्द्र भी पिता की तरह भामाशाह के रूप में उभर कर सामने आए थे.इन्होने एक सामाजिक संस्थान से जुड़कर कोरोना के समय काफी इक्यूपमेंट्स जैसलमेर में अवेलेबल करवाए थे.
2020 में कांग्रेस विधायकों की मेघराज के होटल में हुई थी बाड़ेबंदी
बता दें कि साल 2020 में जब कांग्रेस की गहलोत सरकार पर सियासी संकट आया था, उस वक्त मेघराज सिंह के जैसलमेर स्थित होटल में ही कांग्रेस नेताओं की बाड़ेबंदी की गई थी. गहलोत सरकार के एक बड़े राजपूत नेता व भाजपा में एक राजपूत महिला नेता के रूप में बड़ा नाम इनके नजदीकी लोगों में शामिल है.विश्वसनीय सूत्र बताते है कि पॉलिटिकल संकट में मेघराज सिंह भूमिका के कारण आज यह कार्यवाही हुई है.वही इनके समर्थक सोशल मीडिया पर जमकर हमलावर हो चुके है और एक पोस्टर भी जारी किया है.
राजपूत समाज के लोगों ने जताई नाराजगी
पोस्टर में मेघराज सिंह का फोटो है और लिखा गया है कि राजपूत समाज दमनकारी नीति का शिकार!!....समाज के सबसे बड़े भामाशाह पर ED की कार्यवाही बर्दाश्त नही.....सरकार का ये एक व्यक्ति पर नही सम्पूर्ण राजपूत समाज पर हमला है!!.....जवाब देने के लिए समाज तैयार रहे!!
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