English Medium School: भजनलाल सरकार ने राज्य में महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल के लिए समीक्षा शुरू की तो बयानबाजी भी तेज हो गई है. इन सरकारी स्कूलों की समीक्षा के लिए रिव्यू कमेटी गठित किए जाने के बाद कांग्रेस लगातार हमला बोल रही है. कांग्रेस प्रेदश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ना सिर्फ सरकार, बल्कि बीजेपी के भी कई नेताओं को आडे़ हाथ लिया है. एक चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बीजेपी (BJP) से सवाल किया कि वे अपने बच्चों को किस मीडियम में पढ़ाते हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि ये लोग नहीं चाहते कि गरीब का बच्चा फ्री में इंग्लिश एजुकेशन ले पाएं.
"सुमित गोदारा ने खुद ज्यादा से ज्यादा स्कूलों के लिए कहा था"
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा का जिक्र करते हुए डोटासरा ने कहा, "सुमित गोदाराखुद ही इंग्लिश में बोलते हैं, इंग्लिश कॉन्वेंट स्कूल में पढ़े हुए हैं. उन्होंने मुझे विधानसभा में कहा था कि ज्यादा से ज्यादा इंग्लिश मीडियम स्कूल दीजिएगा. उनके क्षेत्र में 33 स्कूलें हैं, गजेंद्र सिंह शेखावत खुद इंग्लिश में बोलते हैं. वो विदेश में भी पढ़े होंगे."
पीसीसी चीफ ने उठाए सवाल, पूछा- गरीब का बेटा इंग्लिश नहीं पढ़ेगा?
पीसीसी चीफ ने सवाल उठाया कि आप बताइए ऐसे लोग अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम में पढ़ाएंगे और मतलब गरीब का बेटा नहीं पढ़ेगा. बीजेपी का कोई ऐसा नेता बता दो जो इंग्लिश मीडियम स्कूल में अपने बच्चों को नहीं पढ़ाता है और हिंदी मीडियम में ही पढ़ा रहा है. आज राजेंद्र राठौड़ की इंग्लिश मीडियम स्कूल है, उनसे पूछा जाना चाहिए कि उसमें क्या वो हिंदी पढ़ाते हैं? वहां अंग्रेजी भाषा में पढ़ाई होती है और एक-एक बच्चे की 3 लाख रुपए स्कूल फीस लेते हैं. यानी कि इतनी फीस लें तो स्कूल चलनी चाहिए और फ्री में जिसको ऐसी पढ़ाई करा रहे हैं, वह स्कूल बंद होनी चाहिए. फिर कहते हैं कि हम सरकार की आलोचना करते हैं.
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