
Rajasthan: राजस्थान-हरियाणा सीमा पर स्थित काठुवास टोल प्लाजा एक बार फिर चर्चा में आ गया है. यहां बहरोड़ परिवहन विभाग की दबंगई दिखी. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. परिवहन विभाग के एक गार्ड ने हरियाणा सीमा में प्रवेश कर चुके ट्रक ड्राइवर के सिर पर डंडे से वार किया, और उसके बाद आक्रोशित ट्रक ड्राइवरों ने गार्ड की जमकर पिटाई कर दी. इस पूरे घटनाक्रम में न केवल स्थानीय प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है. बल्कि, सरकार की ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने की नीति की भी पोल खोल दी है.
क्या है पूरा मामला?
घटना बहरोड़ जिले के काठुवास टोल प्लाजा की है. बताया जा रहा है कि हरियाणा सीमा में दाखिल हो चुके एक ट्रक को राजस्थान परिवहन विभाग की टीम द्वारा पीछा किया जा रहा था. ट्रक ड्राइवर ने जब गाड़ी नहीं रोका तो टीम के एक गार्ड ने ट्रक रोकने के बाद डंडे से उसके सिर पर वार कर दिया. इससे ड्राइवर घायल हो गया. घायल ड्राइवर की स्थिति देखकर अन्य ट्रक ड्राइवर गुस्से में आ गए और उन्होंने उस गार्ड की पिटाई कर दी.
परिवहन विभाग के अधिकारी भाग गए
वायरल वीडियो में घायल गार्ड सफाई देता नजर आ रहा है, "मेरा कोई दोष नहीं, मैं तो पहली बार आया हूं, अफसर से बात करो." लेकिन जैसे ही मामला बिगड़ने लगा, परिवहन विभाग के अधिकारी मौके से अपनी गाड़ी लेकर फरार हो गए. गनीमत रही कि स्थिति और नहीं बिगड़ी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था.
हरियाणा में राजस्थान आरटीओ क्यों?
वीडियो में ट्रक ड्राइवर सवाल करते नजर आ रहे हैं कि हरियाणा की सीमा में राजस्थान का आरटीओ क्या कर रहा था.उन्होंने यह भी पूछा कि क्या गाड़ी वालों ने कोई बड़ा अपराध कर दिया था, जो इस तरह पीछा कर मारपीट की गई. इससे विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
विभाग की मिलीभगत उजागर
कोटपूतली, बहरोड़, सीकर और नीमकाथाना जैसे इलाकों से भारी मात्रा में बजरी और रोड़ी की सप्लाई दिल्ली और गुरुग्राम तक होती है. हाल ही में केंद्र सरकार ने ओवरलोड वाहनों के खिलाफ अभियान चलाने के आदेश दिए थे, जिससे कुछ हद तक नियंत्रण हुआ था.
रात में ओवरलोड ट्रक चलते हैं
अब फिर से रात के अंधेरे में ओवरलोड ट्रकों का बेधड़क संचालन शुरू हो गया है, जिसमें परिवहन विभाग की मिलीभगत बताई जा रही है. सूत्रों ने बताया कि कुछ रसूखदार दलाल इस पूरे खेल को संचालित कर रहे हैं, और मोटी रकम विभागीय अधिकारियों को मंथली के तौर पर देकर यह खेल चला रहे हैं.
1100 करोड़ की सड़क एक महीने में टूटी
दिल्ली से जयपुर के बीच केंद्र सरकार ने 1100 करोड़ रुपये की लागत से नया हाईवे तैयार कराया था. लेकिन, लगातार चल रहे ओवरलोड ट्रकों की वजह से यह हाईवे महज एक महीने में ही जर्जर हो गया. इससे सरकार को भारी नुकसान झेलना पड़ा. इसके बाद केंद्र सरकार ने सख्ती दिखाई और ओवरलोड वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया गया, लेकिन वह भी सीमित क्षेत्रों तक ही सिमट गया.
सरकार के नियमों की उड़ रही धज्जियां
यह पूरा घटनाक्रम इस बात का गवाह है कि कोटपूतली-बहरोड़ क्षेत्र में सरकार के नियम-कायदे ताक पर रखे जा रहे हैं. 'मंथली' के नाम पर ओवरलोडिंग का खेल खुलेआम चल रहा है, और आरटीओ की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. यदि इस पर समय रहते लगाम नहीं कसी गई, तो ना केवल कानून व्यवस्था खतरे में पड़ सकती है, बल्कि सड़कों और बुनियादी ढांचे की हालत और खराब हो जाएगी.
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