
Rajasthan News: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का अधिकारियों को फटकार लगाना और पाई-पाई का हिसाब मांगना कांग्रेस को एक बड़े अवसर जैसा प्रतीत हो रहा है. इसका फायदा उठाते हुए टीकाराम जूली ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साध दिया है और कड़ी प्रतिक्रिया दी है. जूली ने एक्स पर लिखा, 'पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया का ट्वीट भाजपा सरकार की सच्चाई उजागर करने के लिए काफी है. कितनी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति होगी कि पूर्व मुख्यमंत्री को अपनी पार्टी की सरकार के बावजूद पानी जैसी मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति के लिए अपनी बात मीडिया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से कहनी पड़ रही है. जब भाजपा की ही पूर्व मुख्यमंत्री इस सरकार के अधिकारियों के सामने इतनी मजबूर हैं तो आमजन की स्थिति समझी जा सकती है.'
पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया जी का यह ट्वीट भाजपा सरकार की सच्चाई उजागर करने के लिए काफी है। कितनी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति होगी कि पूर्व मुख्यमंत्री को अपनी पार्टी की सरकार के बावजूद पानी जैसी मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति के लिए अपनी बात मीडिया एवं सोशल मीडिया के… https://t.co/I4FpUhFXzL
— Tika Ram Jully (@TikaRamJullyINC) April 8, 2025
वसुंधरा राजे ने क्या बयान दिया था?
मंगलवार शाम रायपुर कस्बे के दौरे पर पहुंची वसुंधरा राजे से जब ग्रामीणों ने पेयजल संकट की शिकायत पर तो पूर्व मुख्यमंत्री जलजीवन मिशन और जलदाय विभाग के अफसरों पर भड़क पड़ीं. राजे ने अधिकारियों से पूछा, 'क्या जनता को प्यास नहीं लगती? सिर्फ आप अफसरों को ही लगती है. गर्मी में पेयजल संकट के कारण जनता त्रस्त है. अफसर तृप्त हैं. पानी कागजों में नहीं, लोगों के होठों तक पहुंचे. अफसर सो रहें है, लोग रो रहें हैं. मैं ऐसा नहीं होने दूंगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 42 हजार करोड़ जल जीवन मिशन में दिए हैं. पाई-पाई का हिसाब दो कि झालावाड़ के हिस्से की राशि का आपने क्या किया? पेयजल संकट निवारण के लिए हमारी सरकार तो पैसा दे रही है, लेकिन अफसर योजनाओं की सही क्रियान्विति नहीं कर रहे. इसलिए राजस्थान के लोग प्यास से व्याकुल हैं. यह तो अप्रैल का हाल है. जून-जुलाई में क्या होगा?'
'धैर्य की परीक्षा मत लीजिए'
राजे के सवाल का अधीक्षण अभियंता समेत उपस्थित किसी भी अधिकारी ने संतोषप्रद जवाब नहीं दिया. इस पर राजे ने कहा- 'लोगों के धैर्य की परीक्षा मत लीजिए. झालावाड़ में ऐसा हरगिज नहीं चलेगा.'
प्रधानमंत्री जी ने 42 हज़ार करोड़ जल जीवन मिशन में दियें हैं। पाई-पाई का हिसाब दो कि झालावाड़ के हिस्से की राशि का आपने क्या किया? पेयजल संकट निवारण के लिए हमारी सरकार तो पैसा दे रही है, लेकिन अफसर योजनाओं की सही क्रियान्विति नहीं कर रहे। इसलिए राजस्थान के लोग प्यास से व्याकुल… pic.twitter.com/Ou1kHzEG4P
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) April 8, 2025
प्रताप खाचरियावास ने भी दी प्रतिक्रिया
वहीं, कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एक्स पर लिखा, 'अब तो राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री भी कह रही हैं कि जनता परेशान है और अफसर सो रहे हैं. भजनलाल सरकार को अब तो नींद से जाग जाना चाहिए.'
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