Rajasthan News: उच्चैन के अतर सिंह ने पूर्व विधायक जोगिंदर सिंह अवाना के खिलाफ उच्चैन पुलिस थाने में केस दर्ज कराया. अतर सिंह जोगिंदर सिंह के निजी सहायक रहे.अतर सिंह ने आरोप लगाया कि जोगिंदर सिंह ने 42 लाख रुपए लिए. वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दी. तहरीर में पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत का भी नाम है.
पूर्व विधायक ने निजी सहायक को नहीं दी सैलरी
पुलिस को दी तहरीर के अनुसार, "पूर्व विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने मुझे अपने कार्यकाल दिसंबर 2018 से दिसंबर 2023 तक 25 हजार रुपए के मासिक वेतन पर निजी सहायक कर्मचारी के पद पर लगा रखा था. अब तक मेरा वेतन नहीं दिया गया है. मुझसे कहा गया कि तेरा वेतन इकट्ठा है, तुम्हारे बच्चों की शादी पर ले लेना जो काम आ जाएगा."
"20 लाख में मैं तुम्हारी बेटियों को REET में पास करा दूंगा"
उन्होंने तहरीर में लिखा, "तत्कालीन मुख्यमंत्री कांग्रेस सरकार के अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत 20 फरवरी 2022 को उच्चैन आए थे. कार्यक्रम के कुछ दिन पहले मेरे से विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने कहा था कि मेरी सीधी वैभव गहलोत से बात होती रहती है. तुम मुझे 20 लाख रुपए दे दो मैं तुम्हारी दोनों लड़कियों को रीट में पास करवा कर अध्यापक की नौकरी लगवा दूंगा. मैंने 10 लाख रुपए 20 फरवरी 2022 को कार्यक्रम के खत्म होने पर पूर्व विधायक जोगिंदर सिंह अवाना को दिए थे. पूर्व विधायक ने मेरी बेटी अनीता सिंह और गौरी कुमारी को वैभव गहलोत से मिलवाया था."
"मैंने वैभव गहलोत से बात कर ली है, तुम्हारा काम हो जाएगा"
तहरीर में लिखा, "मेरे से विधायक जोगिंदर सिंह ने कहा था कि मैंने वैभव गहलोत से बात कर ली है, तुम्हारा काम हो जाएगा. वैभव गहलोत की सभा की तैयारी को लेकर सभा स्थल साफ-सफाई करवाई. विधायक पुत्र हिमांशु अवाना के कहने पर सभा स्थल की सफाई करवाई. इसके लिए 1 लाख 50 हजार रुपए दिया था. आज तक वापस नहीं मिले."
पूर्व विधायक के निजी सहायक पर मीटिंग और सभा की होती थी जिम्मेदारी
नदबई विधानसभा क्षेत्र में जो भी मीटिंग, सभा आदि कामों की जिम्मेदारी मुझे दी जाती थी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और काग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की सभा 25 दिसंबर 2022 को उच्चैन में आयोजित हुई थी. पूर्व विधायक जोगिंदर सिंह अवाना और उनके बेटे हिमांशु अवाना के कहने पर भीड़ जुटाने के लिए प्रचार प्रसार, गाड़ी वाहन व्यवस्था और पार्किंग एवं सभा स्थल की साफ सफाई की जिम्मेदारी मेरी थी. 1 दिसंबर से 25 दिसंबर तक कुल खर्च लगभग 10 लाख 50 हजार रुपए खर्च हुए, ये पैसे भी मैने ही दिए. इसका भुगतान आज तक नहीं हुआ.
निजी सहायक ने आरोप लगाया, "जब मैंने उनकी पत्नी से पैसे की बात कही तो उन्होंने कहा कि तेरी बेटी की नौकरी विधायक लगवा देंगे उसमें से काट लेना पूर्व विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना के फार्म हाउस पर मिट्टी का जो भरत मई 2023 में मेरे जेसीबी मशीन के साझेदार द्वारा किया गया.जिसका खर्चा भुगतान लगभग 3 लाख 60 हजार रुपए था. यह पैसे भी नहीं दिए गए."
निजी सचिव ने आरोप लगाया, }विधानसभा चुनाव 2024 से कुछ दिन पहले जब आचार संहिता लगने वाली थी तब मैंने पैसे मांगे तो विधायक ने पैसे देने से मना कर दिया और मुकदमा दर्ज करवाकर जेल भेजने और जान से मारने की धमकी दी."
आरोप लगाया कि नदबई विधानसभा क्षेत्र से जब पूर्व विधायक जोगिंदर सिंह अवाना चुनाव हार गए तो मैंने पैसे मांगे. लेकिन, पैसे नहीं दिए. पूर्व विधायक ने गाली गलौज और जान से मारने की धमकी देते हुए पैसे देने से मना कर दिया.
इस मामले में जब पूर्व विधायक जोगिंदर सिंह अवाना का पक्ष जानने के लिए उन्हें दो बार फोन किया गया. लेकिन, उनका फोन रिसीव नहीं हुआ.