Rajasthan Politics: राजस्थान में विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सियासी सरगर्मी काफी तेज हो गई है. जहां बजट को लेकर कांग्रेस का कहना है कि इसमें कुछ भी नया नहीं दिया गया है. वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि बजट सत्र में सीएम और डिप्टी सीएम के वर्चस्व की लड़ाई साफ दिखाई दी. साथ ही उन्होंने राजस्थान सरकार को चार इंजन की सरकार बताया जिसमें काफी खींचतान चल रही है. डोटासरा के बयान पर अब केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि डोटासरा को दूसरों के घर पर पत्थर उछालने से पहले खुद के बारे में सोचना चाहिए. शेखावत ने डोटासरा को साल 2020 की घटना भी याद दिलाई.
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने मीडिया से रूबरू होते हुए विपक्ष के वन स्टेट वन इलेक्शन पर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा, कांग्रेस को खुद पर विश्वास नहीं था. इसलिए उन्होंने प्रदेश में टुकड़ों में चुनाव करवाए. लेकिन फिर भी जनता ने उन्हें जानकारी दिया. उन्होंने पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के राजस्थान की सरकार को चार इंजन की सरकार बताने के बयान पर भी पलटवार किया. केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा जिनके खुद के घर शीशे का होते हैं उन्हें दूसरों के घर पर पत्थर उछलने से पहले सोचना चाहिए.
35 साल के इतिहास में कांग्रेस सत्ता में रहकर फेल हुई
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान सरकार की ओर से पेश किए गए बजट की सराहना की. बजट के दौरान हाल ही में की गई वन स्टेट वन इलेक्शन की घोषणा के बारे में बताया कि बार-बार टुकड़ों में इलेक्शन होने से देश प्रदेश में विकास कार्यों में आचार संहिता की जो बड़ा आ जाती है. उससे बचा जा सकता है. केंद्रीय मंत्री शेखावत पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के वन स्टेट वन इलेक्शन को भाजपा का एजेंडा होने और एजेंडे के फेल होने के बयान पर भी पलटवार किया.
"पिछली सरकार को विश्वास नहीं था, उन्होंने टुकड़ों-टुकड़ों में पंचायती राज चुनाव 4 साल में करवाए. राजस्थान में लोकतंत्र के 35 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब कांग्रेस ने सत्ता में रहने के बाद भी आधे से ज्यादा जगह पर भी अपने जिला प्रमुख नहीं बन पाई. उन्होंने टुकड़ों में चुनाव करवाए लेकिन फिर भी जनता ने उन्हें नकार दिया." - गजेंद्र सिंह शेखावत
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उनकी सरकार के समय को याद करने के लिए कहा.
गहलोत सरकार में हुई थी बगावत
गहलोत सरकार में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमे की बगावत के दौरान साल, 2020 में 34 दिन तक गहलोत मंत्रियों व विधायकों के साथ पहले जयपुर और फिर जैसलमेर के रिसार्ट में रहे. फिर जून, 2020 के राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस और समर्थित विधायक होटल में कैद रहे.
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