Cyber Fraud in Rajasthan: इन दिनों प्रदेश की भजन लाल सरकार पूरी तरह से ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करते हुए एक्शन मोड़ में नजर आ रही है. इसी के मद्देनजर साइबर अपराधियों शिकंजा कसने में राजस्थान पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने उपर्युक्त मामले में 3 अभियुक्तो को गिरफ्तार कर सलाखों पीछे धकेल दिया है.
साइबर अपराध की गतिविधियाँ
दौसा एसपी वंदिता राणा ने बताया कि 27 जनवरी को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई. दौसा में नई अनाज मण्डी के पीछे लालसोट में साइबर अपराध की गतिविधियाँ संचालित होती है. इस मामले की सूचना मिलने पर थानाधिकारी मय जाब्ता के साथ थाने से रवाना होकर हटिका कॉलोनी लालसोट पहुंचा.
दूसरों के आईडी से शुरू हुआ ठगी का खेल
आरोपियों ने लोगो को झांसे में लेकर उनकी आईडी से मोबाईल सिम कार्ड निकालते उसके बाद उन सिम कार्ड के आधार पर बैंक खाता खुलवाते थे. फिर उस खाते से एटीएम कार्ड जारी करवाकर अपने पास रख लेते थे. इसके बाद आईडीधारक लोगो को 2-3 हजार रूपये का लालच देकर अपनी गैंग के दूरस्त स्थान पर बैठे सदस्यो को बैंक अकाउन्ट नम्बर उपलब्ध करवाते थे. पूर्व से तयशुदा लोग अपना हिस्सा काटकर दूरस्थ स्थान पर बैठे लोगो द्वारा उपलब्ध कराये गये खातो में पैसे डलवा देते थे जिनको थानाधिकारी ने गिरफ्तार किया. पुलिस ने इसके साथ ही ठगी के उपकरण भी जब्त किये हैं.
ये शातिर ठग हुए गिरफ्तार
पुलिस ने नरेश कुमार,सुशील, श्याम सुन्दर को गिरफ्तार किया है. साथ ही विभिन्न बैंको की 3 चैक बुक, 30 बैंक की पास बुक, 14 एटीएम कार्ड, विभिन्न कंपनियो की 54 सिम कार्ड, 13 मोबाईल फोन, 4 चार्जर जब्त किया है. नरेश कुमार पुत्र उम्र 25 साल है और उसका साथी सुशील कुमार उम्र 30 साल है. एक और अपराधी श्याम सुन्दर शर्मा उम्र 28 साल निवासीको भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
इसे भी पढ़े: Flipkart नाम से गोदाम बनाकर 1 करोड़ का माल लूटने वाले पहुंचे सलाखों के पीछे, जानिए पूरा मामला