जोधपुर ग्रामीण पुलिस और फलोदी जिला पुलिस की टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है. राजस्थान के कई जिलों में वांछित गैंगस्टर विशनाराम उर्फ विशना जांगू को लोहावट के पास फिल्मी अंदाज में पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई कर धर दबोचा है. पुलिस से बचने के लिए विशनाराम ने अपनी गाड़ी से पुलिस के वाहनों को टक्कर भी मारी, जिससे पुलिस के एक कांस्टेबल को मामूली चोट आने की बात सामने आई है. जोधपुर ग्रामीण पुलिस के इनपुट पर फलौदी जिला पुलिस के साथ मिलकर की गई संयुक्त कार्रवाई के दौरान विश्नाराम पुलिस से बचने के लिए भाग रहा था. कटीले तारों के उलझने से उसके पैर में भी चोटे आई हैं. लोहावट के स्थानीय अस्पताल में इलाज करवाने के बाद देर रात विशनाराम को जोधपुर के एमडीएम अस्पताल रेफर किया गया है.
एक लाख रुपये के इनामी बदमाश विशनाराम पर कई मामले दर्ज हैं. आरोपी पुलिस पर हमले के अलावा एनडीपीएस के मामले में भी वांछित था. उसे जोधपुर ग्रामीण और जिला फलोदी की पुलिस टीम ने गांव दयाकोर थाना लोहावट से गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक, जिला विशेष टीम जोधपुर ग्रामीण और कांस्टेबल राकेश पुलिस लाइन की सूचना और तकनीकी डाटाबेस के आधार पर विश्नाराम के दयाकोर में आने की सूचना पर फलोदी जिला पुलिस के साथ अपराधी की घेराबंदी की गई. पुलिस टीम की घेराबंदी तोड़कर विशनाराम स्कार्पिओ से उत्तर कर भागने लगा और तारबंदी में उलझकर गिर गया. पत्थरों से उसके पैरों में चोट आई है.
जोधपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि जोधपुर ग्रामीण पुलिस और फलौदी जिला पुलिस ने इनपुट के आधार पर संयुक्त कार्रवाई की. उन्होंने बताया कि विशनाराम लंबे समय से फरार चल रहा था और कई अवैध कार्यों में भी लिप्त था. पूर्व में भी पुलिस ने इसे पकड़ने की कोशिश की थी. उस पर पुलिस पर जानलेवा हमला करने और राजकार्य में बाधा डालने का मामला भी दर्ज है.
उन्होंने बताया कि जोधपुर ग्रामीण पुलिस की डीएसटी टीम को मिले इनपुट और टेक्निकल इंटेलीजेंस के आधार पर विशनाराम के लोहावट थाना क्षेत्र में होने की सूचना मिली थी, जिस पर हमने फलोदी जिला एसपी से सूचना साझा की. जोधपुर ग्रामीण और फलोदी पुलिस की एक संयुक्ट टीम का गठन किया गया, जिसके बाद लोहावट के पिलवा के पास दयाकोर गांव में अपराधी को पकड़ने के लिए नाकाबंदी की गई, जहां विशनाराम ने नाकाबंदी तोड़ने का प्रयास किया. साथ ही पुलिस पर भी जानलेवा हमला किया. पुलिस ने आरोपी का पीछा किया. गिरने से विशनाराम के पैर में भी चोट आई है. उन्होंने बताया कि पुलिस पर जानलेवा हमला करने और राजकार्य में बाधा डालने के संदर्भ में भी उसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया जाएगा.
बहुचर्चित भंवरी देवी हत्याकांड में भी जा चुका है जेल
राजस्थान की राजनीति में भूचाल लाने वाला बहुचर्चित भंवरी देवी हत्याकांड मामले में भी गैंगस्टर विशनाराम 10 साल जेल में रह चुका है, जहां पर जमानत के बाद मारपीट के एक मामले में विशनाराम फरार चल रहा था. इसके बाद से पुलिस को उसकी तलाश थी, लेकिन हर बार वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता था. पुलिस द्वारा भी उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया था और जोधपुर के टॉप 10 अपराधियों की सूची में भी सम्मिलित था.