Rajasthan Politics: कोटा आईजी को धमकी देने के मामले में अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा ने डोटासरा को घेरा. उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा कि राजनीति जम के करो, आरोप-प्रत्यारोप जम कर लगाओ लेकिन, ये सब राजनैतिक दलों एवं राजनैतिक व्यक्तियों के लिए हो. और वहां भी भाषा और शैली की शुचिता रहे.
"सार्वजनिक मंच से इस तरह से धमकाना ठीक नहीं"
लोकेश शर्मा ने आगे लिखा, “फटकारों के चक्कर में धमकाते हुए एक सरकारी अधिकारी के लिए ये बोल प्रदेश अध्यक्ष को शोभा नहीं देते. जब हम (कांग्रेस) संविधान बचाने का नारा देते हैं तो किसी अधिकारी या कर्मचारी की कार्यशैली और उसका काम यदि गलत है तो इसके लिए संवैधानिक तरीका अपनाना चाहिए न कि सार्वजनिक मंच से इस तरह धमकाना.”
प्रशासनिक अधिकारी का नाम लेकर जिस प्रकार की टिप्पणी की गई वो बेहद निंदनीय है।
— Lokesh Sharma (@_lokeshsharma) June 25, 2024
राजनीति जम के करो, आरोप-प्रत्यारोप जम कर लगाओ लेकिन ये सब राजनैतिक दलों एवं राजनैतिक व्यक्तियों के लिए हो... और वहां भी भाषा और शैली की शुचिता रहे।
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"ऐसी टिप्पणी ब्राह्मण समाज को नाराज करने वाली"
उन्होंने आगे लिखा, "प्रदेश में कांग्रेस के प्रति ब्राह्मण विरोधी होने की धारणा पहले ही बन रही है, ऐसे में ये टिप्पणी ब्राह्मण समाज को और ज्यादा आक्रोशित और नाराज करने वाली है, इससे पार्टी को नुकसान होगा. एक तरफ राहुल गांधी पूरे देश में मोहब्बत की दुकान खोलते हुए आगे बढ़ रहे हैं तो इस प्रकार कटुता भरी धमकी नहीं देनी चाहिए."
"कांग्रेसी हूं इसका ये मतलब नहीं की आंखें बंद कर लूं"
उन्होंने कहा, “मैं कांग्रेसी हूं इसका ये मतलब नहीं है कि आंखें बंद कर लूं और चुप रहूं. पार्टी को किसी भी नेता, किसी भी गतिविधि और किसी भी बयानबाजी से नुकसान पहुंचेगा तो मैं बोलूंगा.”
डोटासरा ने कोटा आईजी पर दिया था बयान
कांग्रेस ने 24 जून को कोटा में नीट पेपर लीक मामले को लेकर प्रदर्शन किया था. इस दौरान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने मंच से कोटा रेंज आईजी रवि दत्त गौड को लेकर बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि अपनी आदत सुधार लो, वरना घुटनों के बाल चलना पड़ेगा. आपको भजनलाल और ओम बिरला भी नहीं बचा पाएंगे. कांग्रेस का कार्यकर्ता नहीं बख्शेगा, डोटासरा के इस बयान के बाद प्रदेश में सियासी घमासान मच गया है.