मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गोपाष्टमी के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास पर पत्नी के साथ गौ माता की पूजा-अर्चना की. उन्होंने गौ सेवा और आराधना को भारतीय संस्कृति की मूल आत्मा बताते हुए प्रदेश की सुख, समृद्धि और जन-जन के कल्याण की मंगलकामना की. मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि सर्वसुखदायिनी गौ माता की आराधना के पावन पर्व गोपाष्टमी पर मुख्यमंत्री निवास पर सपत्नीक गौ माता के विधिवत दर्शन-पूजन कर प्रदेश की सुख, समृद्धि और जन-जन के कल्याण की प्रार्थना की.
मांग्यावास गोशाला जाएंगे सीएम
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आज मांग्यावास गोशाला पहुंचेंगे. वहां भी परंपरागत रूप से गौ पूजा करेंगे और गोशाला में चल रहे गौसेवा कार्यों का अवलोकन भी करेंगे.कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि और गौसेवा से जुड़े कार्यकर्ता भी उपस्थित रहेंगे. मुख्यमंत्री गोपाष्टमी के इस पावन अवसर पर केसर अर्पण कर गौ माता की आराधना करेंगे और प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना करेंगे.
सर्वसुखदायिनी गौ माता की आराधना के पावन पर्व गोपाष्टमी पर मुख्यमंत्री निवास पर सपत्नीक गौ माता के विधिवत दर्शन-पूजन कर प्रदेश की सुख, समृद्धि और जन-जन के कल्याण की मंगलकामना की।
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) October 30, 2025
गौ माता की कृपा से हमारा प्रदेश निरंतर प्रगति, समृद्धि और सेवा के पथ पर अग्रसर रहे।#गोपाष्टमी pic.twitter.com/UyMDRdwnW8
गौमाता की पूजा का विशेष महत्व
कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर गोपाष्टमी मनाया जा रहा है. गोपाष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण और गौमाता की पूजा का विशेष महत्व है. रवि योग और शिववास योग जैसे शुभ संयोग बन रहे हैं, जिनमें पूजा करने से अक्षय पुण्य और आरोग्यता प्राप्त होती है.
गोपाष्टमी पर दो शुभ संयोग बना रहा
इस बार गोपाष्टमी पर रवि योग और शिववास योग का दो शुभ संयोग बन रहा है. 30 अक्टूबर को सुबह करीब साढ़े 6 बजे से रवि योग शुरू हो गया. 31 अक्टूबर की सुबह 6 बजकर 32 मिनट तक रहेगा. यह बहुत ही शुभ योग माना जाता है. इस योग में भगगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. आरोग्यता का वरदान मिलता है.
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