
राजस्थान में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां के बीच अब नेताओं के आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति भी बढ़ती जा रही है. सोमवार को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रदेश की गहलोत सरकार को आड़े हाथों लेते हुए आरोपों की झड़ी लगा दी. हाल ही में जोधपुर में एक नाबालिग के साथ हुए गैंगरेप प्रकरण में सरकार पर पलटवार करते हुए शेखावत ने कहा की इस घटना ने सरकार की कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है. इस घटना में जो लोग लापरवाही के जिम्मेदार हैं, वही अपनी पीठ थपथपा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा पर आरोप लगा रही है.
शेखावत ने सीएम गहलोत के साथ ही राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल पर भी निशाना साधा. उन्होंने बेनीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस की एक नेत्री ने जिस अंदाज में मुझ पर चुप्पी साधने की टिप्पणी की है, लेकिन वे यह नहीं देख रहे कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो उसके जिम्मेदारी किसकी है?
उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए, जहां डीसीपी द्वारा नाबालिग से गैंग रेप मामले में छात्र संगठन एबीवीपी का जिक्र किया था तो शेखावत ने इन आरोपों पर कहा कि पुलिस ने अपने राजनीतिक आकाओं के दबाव में एक राजनीतिक संगठन को इससे जोड़ दिया. अपने दो दिवसीय जोधपुर दौरे पर शेखावत ने राज्य की गहलोत सरकार को घेरते हुए कई गंभीर आरोप लगाए.
पेपरलीक में निष्पक्ष जांच हो तो कई नेता जाएंगे जेल: शेखावत
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कांग्रेस नेता गोपाल केसावत के पेपरलीक प्रकरण में एसीबी द्वारा पकड़े जाने के मामले में कहा कि इस मामले में पहले मुख्यमंत्री कहते थे कि पेपरलीक प्रकरण में कोई नेता और अधिकारी शामिल नहीं है, अब नेता भी सामने आ गए और अधिकारी भी. उन्होंने कहा कि सरकार असली मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है. यदि पेपरलीक प्रकरण में निष्पक्ष जांच होगी तो केसावत जैसे कई नेता जेल जाएंगे. शेखावत ने कहा कि कांग्रेस पेपरलीक करने वालों के साथ है. इसका उदाहरण कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद हैं, जो पेपरलीक के आरोपियों को बचाने के लिए उनकी पैरवी कर रहे हैं.
भ्रष्टाचार पर गहलोत सरकार को बताया नंबर वन
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले में शेखावत ने प्रदेश की गहलोत सरकार को भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने में नंबर वन बताया. शेखावत ने कहा कि देश में बेरोजगारी का आंकड़ा सबसे ज्यादा राजस्थान में है. सरकार आत्ममुग्धता के भाव में है जबकि राजस्थान में हर तीन में से एक युवा बेरोजगार है.
नहीं सहेगा राजस्थान अभियान 18 जुलाई से
शेखावत ने कहा कि राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों और दलित उत्पीड़न, महिला, किसान और युवाओं पर हो रहे अत्याचारों को उजागर करने के लिए भाजपा 18-24 जुलाई तक 'नहीं सहेगा राजस्थान' अभियान चलाएगी. अभियान के तहत 25 जुलाई तक राज्य के पंचायत स्तर से लेकर जिला मुख्यालय तक आंदोलन किए जाएंगे. इसमें पार्टी के विभिन्न मोर्चे भी अपनी तरफ से भागीदारी निभाएंगे. इसके बाद 25 जुलाई से जयपुर चलो अभियान चलाया जाएगा. जयपुर में एक अगस्त को महासम्मेलन होगा. इसमें पांच लाख लोगों को एकत्र करने का लक्ष्य है.
ये भी पढ़ें :
* चूरू : खेत में काम कर रहा किसान हुआ हादसे का शिकार, 3 बेटियों के सिर से उठा पिता का साया
* श्रीगंगानगर के एक खेत में मिला पाकिस्तानी गुब्बारा, सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
* राजस्थान चुनाव से पहले बीजेपी का राज्यव्यापी “नहीं सहेगा राजस्थान” महाअभियान शुरू, देखें पूरा शेड्यूल