
Rajasthan Assembly: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कॉन्स्टीट्यूशन क्लब को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पिछली कांग्रेस सरकार में बने कॉन्स्टीट्यूशन क्लब का दोबारा उद्घाटन कर श्रेय लेना चाहती है, जो गलत परंपरा है. डोटासरा ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "भाजपा की पूरी राजनीति अब केवल ‘श्रेय और षड्यंत्र' तक सीमित रह गई है."
कॉन्स्टीट्यूशन क्लब का लोकार्पण कांग्रेस सरकार में हुआ
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बने विधानसभा के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब का लोकार्पण 22 सितंबर 2023 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी. जोशी और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की उपस्थिति में किया गया था जिसका उल्लेख शिलापट्ट पर भी है.
भाजपा की पूरी सियासत 'श्रेय और षड्यंत्र' तक सीमित हो गई है।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) March 5, 2025
पिछली कांग्रेस सरकार के समय बनकर तैयार हुए कॉन्स्टीट्यूशन क्लब का उद्घाटन 'दोबारा' तथा कथित शुभारंभ नाम देकर भाजपा सरकार सिर्फ श्रेय लेना चाहती है, जो गलत परंपरा है।
जबकि राजस्थान की जनता जानती है कि विधानसभा के… pic.twitter.com/ZWTibeT1it
डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष के फैसलों पर उठाए सवाल
डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष के फैसलों पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि कॉन्स्टीट्यूशन क्लब से जुड़े किसी भी निर्णय का अधिकार कार्यकारी समिति को होता है, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने बिना कार्यकारी समिति की बैठक बुलाए ही क्लब के उद्घाटन का निर्णय ले लिया.
"विधानसभा अध्यक्ष विपक्ष को संरक्षण नहीं दे रहे हैं"
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के दबाव में विधानसभा अध्यक्ष विपक्ष को संरक्षण नहीं दे रहे हैं. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का अपमान करने वाले मंत्री से माफी नहीं मंगवाई गई. जनप्रतिनिधियों की आवाज दबाने के लिए विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव सीधे समिति को भेजे जा रहे हैं. ये सब सरकार के प्रति झुकाव को दर्शाता है, और संवैधानिक पद की गरिमा का उपहास उड़ाने जैसा है. डोटासरा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष किसी एक दल के नहीं होते और उन्हें राजनीति का हिस्सा नहीं बनना चाहिए.
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