Health News: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत को लेकर पहले से ज्यादा सजग हो गए हैं. ऐसे में ग्रीन टी एक ऐसा पेय बनकर उभरा है, जो न सिर्फ ताजगी देता है, बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ भी पहुंचाता है. भारतीय घरों में अब ग्रीन टी अपनी खास जगह बना रही है. इसे वैज्ञानिक भाषा में कैमेलिया साइनेंसिस कहते हैं. इसका स्वाद हल्का कड़वा होता है, लेकिन इसके गुण इसे सेहत का दोस्त बनाते हैं.
एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर
वैज्ञानिकों का कहना है कि ग्रीन टी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालते हैं. ये दिल की बीमारियों का जोखिम कम करते हैं, वजन को नियंत्रित रखते हैं और पाचन को बेहतर बनाते हैं. शोध बताते हैं कि ग्रीन टी बड़ी आंत की सूजन, डायबिटीज और शराब के दुष्प्रभाव को कम करने में भी मददगार हो सकती है. यह शरीर को डिटॉक्स करने का एक आसान और प्राकृतिक तरीका है.
जानें कैसे बनाएं और कितना पिएं
ग्रीन टी बनाना बेहद आसान है. एक टी बैग या 2-4 ग्राम ग्रीन टी को गर्म पानी में 1-2 मिनट डालें. ज्यादा देर उबालने से इसका स्वाद कड़वा हो सकता है और फायदे कम हो सकते हैं. स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें अदरक, तुलसी, दालचीनी या इलायची मिला सकते हैं. दिन में 1-3 कप ग्रीन टी पीना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है.
ज्यादा पीने के नुकसान
हर चीज की अति नुकसानदायक होती है और ग्रीन टी भी इसका अपवाद नहीं है. अधिक ग्रीन टी पीने से नींद न आना, पेट में गैस, भूख कम लगना या दिल की धड़कन तेज होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ब्लड प्रेशर या डिप्रेशन की दवाएं लेने वाले लोगों को ग्रीन टी पीने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए.