Shri Annapurna Rasoi Rajasthan: राजस्थान में आमजन को सस्ते में भोजन और कोई भी भूखा न सोए, के उद्देश्य से संचालित श्री अन्नपूर्णा रसोई वाकई में आमजन के लिए सुविधाजनक साबित हो रही है? इन रसोइयों के माध्यम से आमजन को महज 8 रुपये में पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है. मगर यहां मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता कैसी है, इसका पता लगाने के लिए एनडीटीवी ने एक रिएलिटी चेक किया और बाड़मेर में उन दो जगहों का दौरा किया जहां इनकी रसोई है.
बाड़मेर शहर में तिलक बस स्टैंड और अंबेडकर सर्कल पर दो रसोईयों में व्यवस्था संतोषजनक नजर आई. लेकिन दूसरी रसोई में भारी अव्यवस्था दिखाई दी और वहां सस्ते भोजन के नाम जिस प्रकार से खाना बनाया जा रहा था, वह असुरक्षित हो सकता है.
तिलक बस स्टैंड की रसोई का हाल
एनडीटीवी राजस्थान की टीम इंदिरा रसोई के रियलिटी चेक करने के लिए सबसे पहले तिलक बस स्टैंड के बाहर राजकीय चिकित्सालय के सामने संचालित हो रही श्री अन्नपूर्णा रसोई पहुंची तो यहां पर सुविधा काफी संतोषजनक नजर आई. भोजन करने आने वाले लाभार्थियों के लिए साफ-सफाई और फिल्टर युक्त ठंडा पानी से लेकर साफ-सुथरी रसोई देखने को मिली.
हालांकि यहां के रसोई संचालक ने बताया कि यहां कूपन की संख्या कम है. जिससे बहुत से लोगों को खाना नहीं मिल पाता. उसके अनुसार यह रसोई शहर में स्थित है और राज्य सरकार के नियम के अनुसार भोजन के 100 कूपन ही देने के निर्देश हैं. ऐसे में यह 100 कूपन 11 बजने तक ही समाप्त हो जाते हैं और कई जरूरतमंद लोग बिना खाने के ही खाली हाथ लौट रहे हैं. रसोई संचालक का कहना था कि उनके कूपन की संख्या बढ़ाई जाएं ताकि आमजन को राहत मिले.
अंबेडकर सर्किल की रसोई का हाल
एनडीटीवी राजस्थान की टीम जब बाड़मेर में अंबेडकर सर्किल पर संचालित हो रही श्री अन्नपूर्णा रसोई पहुंची तो वहां की स्थिति बेहद गंभीर दिखी. वहां बाथरूम से पानी लेकर टॉयलेट के बाहर खाना बनाया जा रहा था. खाना बनाने की जगह कचरा और मक्खियों जमावड़ा देखने को मिला. यहां तक कि खाना बनाने वाले मजदूरों की जगह रसोई में नाबालिग बच्चे भी काम करते हुए नजर आए.इनके बारे में जब रसोई चलाने वाले मैनेजर से सवाल पूछा गया तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया.
इसके अलावा अंबेडकर सर्किल पर संचालित हो रही श्री अन्नपूर्णा रसोई में घरेलू गैस सिलेंडरों का खुलेआम उपयोग हो रहा था. इस बारे में जब जिला रसद अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके पास इंस्पेक्टर नहीं हैं, और इसलिए बाद में कार्रवाई की जाएगी.
श्री अन्नपूर्णा रसोई संचालित करने की जिम्मेदारी नगर परिषद के पास है. ऐसे में नगर परिषद में श्री अन्नपूर्णा रसोई के प्रभारी को जब इस मामले में सूचना दी गई तो वह मौके पर पहुंचे. उन्होंने वहां आकर रसोई में साफ-सफाई करने के निर्देश दिए. हालांकि नाबालिग से काम करवाने को लेकर जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने इस सवाल को नजरअंदाज कर दिया.
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