क्फ संशोधन विधेयक (Waqf Amendment Bill) को लेकर संयुक्त संसदीय समिति की बैठक में तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी (Kalyan Banerjee Suspend) के अमर्यादित आचरण को लेकर राजनीति गरमा गई है. बैठक में अमर्यादित आचरण के लिए कल्याण बनर्जी को वक्फ विधेयक संबंधी संयुक्त संसदीय समिति से निलंबित कर दिया गया है. बनर्जी को अगली एक बैठक के लिए निलंबित किया गया है. वहीं दूसरी ओर टीएमसी सांसद के इस आचरण को लेकर भाजपा नेता कांग्रेस और इंडी गठबंधन के नेताओं से अपना रुख स्पष्ट करने की मांग कर रहे हैं.
बहस के बाद बैठक में सांसद ने पानी बोतल तोड़ दी थी
मालूम हो कि जेपीसी की बैठक में जमकर हंगामा हुआ था. भाजपा सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय और तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि बनर्जी ने पानी की बोतल को तोड़ दिया. इस मामले में कुछ सदस्यों का कहना है कि बोतल कमेटी के चेयरमैन जगदंबिका पाल की ओर फेंकने की कोशिश हुई है.
गजेंद्र सिंह शेखावत ने इंडी गठबंधन के नेताओं पर कसा तंज
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुधवार को कहा कि राहुल गांधी समेत विपक्षी ‘इंडी' गठबंधन के नेता तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी के आचरण पर अपना रुख स्पष्ट करें. बनर्जी ने मंगलवार को वक्फ संशोधन विधेयक पर विचार कर रही संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक में पानी वाली कांच की बोतल तोड़कर समिति के अध्यक्ष की ओर फेंकी. इस नाटकीय घटनाक्रम के बाद बनर्जी को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया.
उन्होंने कहा,‘‘कल्याण बनर्जी ने जिस तरह का आचरण किया है वह न केवल संसदीय परंपराओं, संसदीय संस्थाओं, संविधान एवं संवैधानिक व्यवस्थाओं का अपमान है अपितु उन लाखों मतदाताओं के विश्वास का भी अपमान है जिन्होंने उन्हें चुनकर संसद में भेजा है.''
उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में इस तरह के अपमान को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता. शेखावत ने कहा,‘‘मैं कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन के सारे नेताओं से पूछना चाहता हूं कि इस मामले में उनका क्या रुख है.'
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी से लेकर 'इंडी' गठबंधन से जुड़ी सब पार्टियों को मेरी चुनौती है कि ... या तो वे इस विषय का खंडन करें या देश की जनता को जवाब दें कि इस तरह के अलोकतांत्रिक व्यवहार को लेकर उनकी क्या मानसिकता है.''
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