Rajasthan News: राजस्थान के डूंगरपुर जिले की ओबरी तहसील अंतर्गत वरदा गांव में गुरुवार को दिन दहाड़े घर में घुसकर महिला और नाबालिग बेटी के साथ जानलेवा हमला और घर में तोड़फोड़ करने का मामला सामने आया है. वहीं, इस तरह से अपराधियों के हौसलें बुलंद होने के बाद ग्रामीणों ने पुलिस की लापरवाही का आरोप लगाया है. अपराध के खिलाफ ग्रामीण लामबंद होकर थाना का घेराव किया और अपराधियों को पकड़ने की मांग की.
थानाधिकारी लालसिंह निनामा ने बताया कि गुरुवार को वरदा गांव की महिला ने थाने के पेश होकर रिपोर्ट दी जिसमें उसने बताया कि गुरुवार को दोपहर करीब 2 बजे उसके आंगन के गेट पर उसकी भतीजी खड़ी थी. उस दौरान वह अपने घर के अंदर थी कि एक बोलेरो गाड़ी जिसमें चार व्यक्ति बैठे हुए थे. अचानक उस गाड़ी से गेट को टक्कर मारी जिससे उसकी भतीजी नीचे गिर गई. जिसके बाद उस गाड़ी से चारों व्यक्ति नीचे उतरे और घर के अंदर गुस आए. घर के अन्दर आते ही अचानक उस पर जानलेवा हमला कर दिया.
हमला इतना खतनाक था कि उसमें उसके कपड़े तक फाड़ दिए. हमलावर उसका गला दबाने लगे तब उसके द्वारा चिल्लाने पर आस पास के लोगों जमा हुए और उसकी जान बचाई. बीच बचाव करने आई महिलाओं के साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट करने की कोशिश की साथ ही पूरे घर के अंदर तोड़ फोड़ कर सामान बिखेर दिया. वह कुछ समझ पाती, संभल पाती इससे पहले ही हमलावरों ने उसे घेर लिया. थानाधिकारी ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है.
जान से मारने की दी धमकी
बोलेरो से आए चार व्यक्तियों में सुनील पुत्र मोहन, नोकना निवासी योगेश पुत्र कांतिलाल खराड़ी, उमेश पुत्र कांतिलाल खराड़ी और चौथे व्यक्ति अज्ञात के रूप में महिला ने थाने में उनकी पहचान बताईं. बीच बचाव करने के लिए पास से दुकानदार जगदीश पुत्र गौतमलाल खटीक आ गया तो उक्त चारो व्यक्ति घटना करने के बाद जान से मारने की धमकी देते हुए मोके से भाग गए.
पुलिस प्रशासन के खिलाफ हुई नारेबाजी
घटना के बाद ग्रामीणों ने मोके पर आकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. जिसके बाद सूचना पर सागवाड़ा डिप्टी विक्रम सिंह व सागवाड़ा थानाधिकारी मोके पर पहुंच कर लोगों से समजाईश करते हुए पीड़ित परिवार से जानकारी जुटा कर आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया. जिसके बाद ग्रामीणों ने पिछले दो महीनों में इस प्रकार की पांच घटनाओं का जिक्र करते हुए वरदा थानाधिकारी द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं करने का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने का घेराव किया. साथ ही थानाधिकारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए थानाधिकारी को हटाने की मांग की. साथ ही सागवाड़ा वृताधिकारी को सेकड़ों ग्रामीणों के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा.
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