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Rajasthan: नागौर में गौशाला के दान पर सवाल उठाने पर पंचों ने परिवार को गांव से निकाला, राशन -पानी बंद किया; परिवार ने लगाई एसपी को गुहार 

पीड़ित शख्स का नाम बुधाराम है. उसने बताया कि मादाराम ने 25 लाख रुपए लेकर अपने साथियों में पंच पटेलो के पास रख रखे हैं जो अभी तक गौशाला के खाते में जमा नहीं करवाए हैं. अलग से 11 लाख रुपए उसने अनुदान के गौशाला के खाते में जमा करवा दिए इस बात को लेकर गांव के लोग मेरे और मेरे परिवार से नाराज हो गए.

Rajasthan: नागौर में गौशाला के दान पर सवाल उठाने पर पंचों ने परिवार को गांव से निकाला, राशन -पानी बंद किया; परिवार ने लगाई एसपी को गुहार 
पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचा पूरा परिवार

Rajasthan News: एक शख्स को गांव की गौशाला में दिए जाने वाले दान पर सवाल उठाना इतना महंगा पड़ कि उसे गांव के पंच पटेलों ने गांव से ही निकालने का फरमान सुना दिया. इतना ही नहीं  उस पर 21 हजार रूपये के जुर्माने के साथ उसके परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया और गांव के लोगों को पाबंद किया कि गांव की दुकानों से उसे ना सामान दिया जाएगा और ना ही उसके घर में कोई टैंकर से पानी डालेगा. अगर कोई उसके परिवार से वास्ता रखेगा उस पर भी 5100 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा.

गौशाला के दान के पैसों को लेकर हुआ विवाद 

पीड़ित ने शख्स ने बुधवार को नागौर जिला कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि वह डेहरू गांव में अपने परिवार के साथ रहता है और उसकी ईमानदारी को देखते हुए उसे डारेलिया माता गौ सेवा समिति का अध्यक्ष बनाया गया था. जब उसने कार्य करना शुरू किया तो देखा कि गौशाला के अनुदान के रुपए गौशाला के खाते में जमा नहीं करवा कर स्वयं कोषाध्यक्ष और सचिव चार-पांच ग्रामवासी रुपए अपने पास रख लेते थे. जबकि नियमानुसार दान के पैसे गौशाला के अकाउंट में जमा करवाने होते हैं. उसने अध्यक्ष बनते ही इस बात का विरोध किया था तो पंचों ने उसका बहिष्कार कर दिया.

सवाल उठाया तो कर दिया सामाजिक बहिष्कार 

पीड़ित शख्श का नाम बुधाराम है. उसने बताया कि मादाराम ने 25 लाख रुपए लेकर अपने साथियों में पंच पटेलो के पास रख रखे हैं जो अभी तक गौशाला के खाते में जमा नहीं करवाए हैं. अलग से 11 लाख रुपए उसने अनुदान के गौशाला के खाते में जमा करवा दिए इस बात को लेकर गांव के लोग मेरे और मेरे परिवार से नाराज हो गए. गांव के पंच- पटेलों ने एक राय होकर इकरार नामा लिखकर 21000 दंड के साथ मुझे और मेरे परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया. अब वो और उसका परिवार एक महीने से अधिक समय से बहिष्कृत जीवन जी रहे हैं. पूरा परिवार घर में कैद होकर रह गया है . 

पुलिस को लगाई गुहार 

बुधाराम और उसके परिवार वालों ने आज जिला कलेक्टर और नागौर एसपी से मिलकर पंचों के खिलाफ पुलिस थाना खिमसर में मुकदमा दर्ज करवाने की मांग की है. ज्ञापन में उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति सैनिक बुधराम के परिवार के साथ कुछ अनहोनी होने की आशंका भी है इसलिए उन्हें सुरक्षा प्रदान कराई जाए. नागौर जिला पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने बताया कि खिमसर उपखंड के डेहरू गांव का ममला मेरे समक्ष आज आया है, अगर गांव में इस परिवार के साथ ऐसा कुछ भी अन्याय हुआ है तो जल्द ही नियमों के अनुसार कार्रवाई करके परिवार को उचित न्याय दिलाया जाएगा. 

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