
Rajasthan News: राजस्थान के खान एवं भूविज्ञान विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष (2025-26) में राजस्व संग्रहण पर जोर शोर से काम कर रही है. जिससे विभाग को काफी फायदा भी मिला है. खान विभाग पुराने बकाये की वसूली कर में जुटी है. वहीं पुराने बकाये की तेजी से वसूली के निर्देश भी दिये गए हैं. खान विभाग के प्रमुख सचिव टी रविकान्त ने जानकारी देते हुए बताया कि 16 जुलाई 2025 तक कुल 2504 करोड़ का राजस्व संग्रहित किया जा चुका है जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में करीब 125 करोड़ अधिक है.
सोमवार (21 जुलाई) को विभागीय समीक्षा के लिए आयोजित वर्चुअल बैठक में रविकान्त ने फील्ड अधिकारियों को राजस्व वसूली में कोताही नहीं बरतने की सख्त हिदायत दी. उन्होंने कहा कि पुराने बकाया और शास्तियों की वसूली में भी तेजी लाई जाए और प्रत्येक कार्रवाई के ठोस परिणाम सुनिश्चित किए जाएं.
डीएमएफटी और हरियालो राजस्थान पर विशेष जोर
रविकान्त ने कहा कि सरकार द्वारा डीएमएफटी (जिला खनिज प्रतिष्ठान न्यास) के लिए संशोधित नियम जारी किए जा चुके हैं. उन्होंने निर्देश दिया कि फील्ड अधिकारी जिला कलेक्टरों से समन्वय कर प्रतिनिधियों का मनोनयन करवाएं और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ मिलकर समिति की बैठक कर कार्यों की रूपरेखा को अंतिम रूप दें.
बैठक में खान निदेशक दीपक तंवर ने बताया कि राज्य सरकार ने इस वर्ष राजस्व लक्ष्य को बढ़ाया है, जिसे प्राप्त करने के लिए अभी से ठोस रणनीति अपनानी होगी. उन्होंने यह भी बताया कि अब तक विभाग ने गत वर्ष की इसी अवधि से 124.82 करोड़ अधिक राजस्व अर्जित किया है, लेकिन रफ्तार और बढ़ानी होगी.
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