
Rajasthan News: भारत-पाकिस्तान के बीच भले ही सीजफायर हो गया हो, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ भारत का ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है. सीजफायर के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. संघर्ष विराम की घोषणा के कुछ ही घटे बाद ही श्रीनगर से लेकर बाड़मेर तक पाकिस्तान ड्रोन एक्टिविटी नजर आई थी. ऐसे में भारत में बॉर्डर से सटे जिलों में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बीएसएफ और और स्थानीय पुलिस हाई अलर्ट' पर है.
प्रमुख स्थानों पर सायरन लगाने के निर्देश
गृह मंत्रालय ने संभावित हवाई हमलों के लिहाज से राजस्थान के 10 जिलों को संवेदनशील माना है. इन जिलों में प्रमुख स्थानों पर इलेक्ट्रिक सायरन लगाने के निर्देश दिए गए हैं, जो सीधे सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल रूम से संचालित किए जाएंगे.
नागरिक सुरक्षा निदेशालय की ओर से गाइडलाइन्स के अनुसार, जिन जिलों में इलेक्ट्रिक सायरन लगाने के निर्देश दिए गए हैं, उनमें जयपुर, अलवर, भरतपुर, कोटा और अजमेर के साथ ही बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर और जोधपुर जैसे सीमावर्ती जिले शामिल हैं.

50 किमी अंदर तक गावों में सुरक्षा कड़ी
इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय सीमा के 50 किलोमीटर अंदर तक के गांवों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. बाहरी लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. साथ ही राजस्थान के जैसलमेर और श्रीगंगानगर जिलों में पाकिस्तानी सिम कार्ड के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया गया है.
ड्रोन गतिविधि में संभावित वृद्धि की चेतावनी
प्रशिक्षण सत्र के दौरान बीएसएफ ने सीमा पार से ड्रोन गतिविधि में संभावित वृद्धि की चेतावनी दी. उन्होंने कहा, "हमें हर समय तैयार रहना चाहिए. लोगों को समझना चाहिए कि ड्रोन कैसे काम करते हैं और वे किस तरह के संभावित खतरे पैदा करते हैं."

उधर सीजफायर के बाद सीमावर्ती इलाकों में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. पाकिस्तान की सीमा से सटे राजस्थान के प्रभावित जिलों में मंगलवार को बाजार फिर से खुल गए और रोजमर्रा की गतिविधियां फिर से शुरू हो गईं. पाकिस्तान के हमले के बाद राजस्थान के बंद हुए 3 एयरपोर्ट बीकानेर, जोधपुर और किशनगढ़ (अजमेर) पर सेवाएं फिर से चालू हो गईं.
यह भी पढे़ं- राजस्थान के सिलेबस में शामिल होगा 'ऑपरेशन सिंदूर', बच्चे पढ़ेंगे सैन्य पराक्रम ?