
Rajasthan News: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से कोटा को रेल सुविधाओं से जुड़ी कई महत्वपूर्ण सौगात मिली हैं. कोटा से दिल्ली और इंदौर तक रेल कनेक्टिविटी को सुगम बनाने के लिए लिए नई ट्रेन, नई मेमो ट्रेन और मेंटीनेंस पिटलाइन को मंजूरी दी है. ये सुविधाएं रेल यात्रियों के लिए आवागमन को सुगम बनाएंगी और क्षेत्र की कनेक्टिविटी को और अधिक सशक्त बनाएंगी.
लोकसभा अध्यक्ष के कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिसंबर में कोटा-बूंदी रेल परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में स्पीकर बिरला ने रेलवे बोर्ड के अधिकारियों को कोटा से इंदौर व दिल्ली के लिए नई ट्रेन शुरू करने सहित कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए थे. इस दिशा में रेलवे ने बुधवार को कोटा मंडल के लिए नई रेल सुविधाओं की मंजूरी दी.
अप्रैल में होगा ट्रेन का शुभारम्भ
बिरला के निर्देश पर रेलवे द्वारा दिल्ली और इंदौर के बीच नई ट्रेन का संचालन किया जाएगा. ट्रेन नई तकनीक से बने आधुनिक कोचों के साथ चलाई जाएगी. जिससे यात्रियों को आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा. जानकारी के अनुसार ट्रेन रात 11:30 बजे नई दिल्ली से रवाना होगी और सुबह 5:20 बजे कोटा पहुंचेगी.
वापसी में यह ट्रेन दिन के समय इंदौर से रवाना होगी और कोटा रात 9:40 बजे पहुंचेगी, जिसके बाद यह प्रातः 4:30 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी. यह ट्रेन कोटा से दिल्ली और इंदौर के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनेगी और यात्रा को और सुगम बनाएगी. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला अप्रेल में ट्रेन का शुभारम्भ करेंगे.
मई में आएगा 12 कोच का मैमो रैक
बिरला के निर्देश पर रेलवे बोर्ड ने कोटा के लिए मैमो ट्रेन के 12 कोच की एक रैक की मंजूरी दी है. रेलवे ने कपूरथला कोच फैक्ट्री को नए कोच निर्माण के लिए आदेश दिए हैं. इसके मई में कोटा आने की संभावना है. मैमो रैक बढ़ने व नए रूट पर ट्रेन संचालन से कोटा और आसपास के क्षेत्रों के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए आवागामन को सुलभ बनाएगी. वर्तमान में कोटा से एक 12 कोच और तीन 8 कोच वाली सहित कुल 4 मैमो ट्रेन का संचालन होता है.
नई मेंटीनेंस पिटलाइन की स्वीकृति
रेलवे ने कोटा के लिए एक नई मेंटीनेंस पिटलाइन को मंजूरी दी है. वर्तमान में पिटलाइन की कमी के कारण कोटा से नई ट्रेनों के संचालन में भी समस्या आती थी. नई पिटलाइन के बनने से कोटा से नए स्थानों के लिए ट्रेनों के संचालन की संभावनाएं बढ़ेंगी, साथ ही समय पर मेंटेनेंस होने से ट्रेनें समय पर संचालित हो सकेगी.
कोटा में अभी 2 स्टैन्डर्ड पिटलाइन और एक सामान्य पिटलाइन है. पुरानी पिटलाइन की जगह नई पिटलाइन बनाई जाएगी जिसकी क्षमता 24 कोच की होगी. इसके बाद कोटा में वन्देभारत सहित एल.एच.बी. कोच का मेंटीनेंस हो सकेगा. पिटलाइन का निर्माण लगभग 9-10 महीनों में पूरी होने की उम्मीद है.