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जयपुर डिस्कॉम ने बूंदी के सहायक अभियंता को किया सस्पेंड, मुख्यालय छोड़ने की थी गलती

जयपुर डिस्कॉम (Jaipur Discom) ने बूंदी जिले के नैनवां उपखंड के सहायक अभियंता ऑपरेशन एंड मेंटीनेंस जमनालाल मीणा को निलंबित कर दिया है.

जयपुर डिस्कॉम ने बूंदी के सहायक अभियंता को किया सस्पेंड, मुख्यालय छोड़ने की थी गलती

Rajasthan News: राजस्थान सरकार के आदेशों की अवेहलना करना एक सहायक अभियंता (Assistant Engineer) को भारी पड़ गया. बिना बताए मुख्यालय छोड़ने पर अभियंता को सस्पेंड किया गया है. जयपुर डिस्कॉम (Jaipur Discom) ने बूंदी जिले के नैनवां उपखंड के सहायक अभियंता ऑपरेशन एंड मेंटीनेंस जमनालाल मीणा को निलंबित कर दिया है. जयपुर डिस्कॉम के सचिव ने इस संबंध में आदेश जारी कर निलंबन काल में उन्हें बूंदी अधीक्षण अभियंता कार्यालय में उपस्थिति देने के निर्देश दिए हैं. 

उल्लेखनीय है पिछले दिनों सरकार और सीएस सीएस सुधांशु पंत ने भीषण गर्मी को देखते हुए पेयजल वह विद्युत व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए सभी जिला मुख्यालय के अधिकारियों को बिना कारण बताएं मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए थे. इसके बाद जयपुर डिस्कॉम के अध्यक्ष एवम प्रबंध निदेशक ने गत दिनों एक आदेश जारी कर प्रदेश में समस्त फील्ड अभियंताओं को भीषण गर्मी के दृष्टिगत मुख्यालय पर मौजूद रहकर आमजन की समस्याओं का निराकरण करने और विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे. इसके बावजूद सहायक अभियंता जमनालाल मीणा उच्चाधिकारियों को सूचित किए बिना मुख्यालय से अनुपस्थित पाए गए थे.

लोगों ने पोर्टल पर की थी शिकायत

जानकारी के अनुसार नैनवा उपखंड क्षेत्र में लगातार गर्मी के चलते लोगों के हाल बेहाल है. समय पर मेंटेनेंस नहीं होने के चलते लोगों को समय पर बिजली भी नहीं मिल पा रही है. जिसके चलते आमजन विद्युत विभाग के चक्कर लगा रहा है. पिछले दिनों नैनवा वासियों ने राजस्थान संपर्क पोर्टल पर अधिकारियों के दफ्तर में नहीं बैठने की शिकायत की थी. इस पर बूंदी जिला कलेक्टर व सीनियर इंजीनियर द्वारा जांच करवाई गई थी. जहां जांच में सामने पाया गया की सहायक अभियंता ऑपरेशन मेंटेनेंस जमनालाल मीना मुख्यालय छोड़कर गए हैं जिसकी रिपोर्ट विद्युत विभाग बूंदी ने जयपुर भेजी थी. अधिकारी द्वारा जब उनसे मुख्यालय छोड़ने का कारण पूछा गया तो वह कारण भी बात नहीं पाए थे. 

राज्य सरकार ने दिये थे आदेश

बता दे की राजस्थान में 22 मई को राज्य सरकार ने भीषण गर्मी को देखते हुए प्रदेश के सभी सभी संभागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर और उपखंड अधिकारियों सहित अन्य विभागों के अवकाश निरस्त कर दिए है. आदेश में साफ तौर से कहा गया था की सभी अधिकारी बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ सकेंगे. इस संबंध में कार्मिक विभाग ने एक आदेश भी जारी किया था. हालांकि बढ़ती गर्मी को देखते हुए सरकार ने जलदाय विभाग और बिजली विभाग के अधिकारियों के मुख्यालय छोड़ने पर पहले ही पांबदी लगाते हुए पानी और बिजली की व्यव्था सुचारू रूप से आपूर्ति करने के निर्देश दिए थे. 

भीषण गर्मी में बिजली कटौती बड़ी चुनौती

जानकारी के अनुसार राजस्थान में पिछले दो सप्ताह से भीषण गर्मी का दौर जारी है. इसी बीच बिजली कटौती एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. राजस्थान के कई ऐसे जिले हैं जो लगातार बिजली कटौती से जूझ रहे हैं. कटौती होने से आए दिन विद्युत विभाग पर आम लोगों के धरना प्रदर्शन भी देखे जा रहे हैं. हालांकि विद्युत विभाग लगातार बिजली व्यवस्था सुचारु करने की बात कहता हुआ दिखाई देता है. लेकिन गर्मी के कारण लगातार बिजली आपूर्ति समय पर नहीं मिल पा रही है. भीषण गर्मी के चलते कई जगह पर ट्रांसफार्मर में आग लगने की खबरें भी सामने आई है. बिजली की कटौती को देखते हुए राजस्थान की भजन लाल सरकार और पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के बीच लगातार आरोप प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है.

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