
Rajasthan News: कल तक जिस घर में बच्चों की चहल-पहल और खेल-कूद की आवाज थी, आज वह आवाज इस घर से शांत हो गई. 3 मासूमों का छोटा भाई अपने क्रूर पिता की क्रूरता की वजह से इस दुनिया में नहीं रहा. जमवारामगढ़ में अपराध की यह कहानी न सिर्फ कलयुगी पिता की है, बल्कि एक क्रूर पिता की भी है. कैसे सनक में उसने अपने डेढ़ साल के मासूम बेटे की हत्या कर दी. पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने बताया कि बच्चा बीमार था और बीमारी के कारण उसकी मौत हुई. दरअसल जयपुर के जमवारामगढ़ में एक कलयुगी बाप ने अपने डेढ़ साल के मासूम बच्चे की हत्या कर बोरवेल में डाल दिया. पिता शराब का आदी था और अपनी पत्नी से विवाद चल रहा था. पुलिस ने हत्यारे पिता को डिटेन किया है और पूछताछ जारी है.
शादी के बाद से ही पत्नी से चल रहा था विवाद
200 फ़ीट बोरवेल में मासूम राम को मारने के बाद लाश और सबूत छिपाने के मकसद से आरोपी पिता ललित सैनी ने उसे बोरवेल में डाला, आरोपी ललित का उसकी पत्नी मंजू से शादी के बाद से ही विवाद चल रहा था. पति-पत्नी का विवाद इस कदर बढ़ा कि इसकी सजा एक मासूम को अपनी ज़िंदगी देकर गंवानी पड़ी. क्रूर पिता ने अपने ही बेटे को मौत के घाट उतार दिया. हालांकि पुलिस पूछताछ में ललित का कहना है कि बीमारी से उसके बेटे की मौत हुई है.
राम नवमी के दिन जन्मा था राम
आरोपी ललित से मंजू की शादी 2020 में हुई थी, शुरुआती दौर में ललित शराब नहीं पिता था. लेकिन धीरे-धीरे वह शराब की लत में फंस गया और साइको और सनकी हो गया. ललित के तीन बेटे हैं- आयुष चार साल का लक्ष्मण ढाई साल का और सबसे छोटा राम था डेढ़ साल का... राम को मारने से पहले एक बार भी कलयुगी पिता ने नहीं सोचा, रामनवमी के दिन ही राम का जन्म हुआ था इसलिए उसका नाम राम रखा गया. लेकिन कलयुगी पिता की क्रूरता की भेंट राम इसका युग में चढ़ गया.
20 दिन पहले पत्नी से की थी मारपीट
आरोपी ललित ने 20 दिन पहले ही अपनी पत्नी मंजू से मारपीट की थी, उसे नग्न कर पीटा था. मंजू जान बचाकर वहां से निकल गई और दौसा अपने घर चली गई. वारदात के समय बच्चे की मां अपने घर पर थी, जैसे ही उसे इस वारदात का पता चला तो वह सदमे में आ गई और अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया था.
राम के नाना का कहना है कि हत्यारे को सख़्त से सख्त सजा दी जाए. वहीं दो छोटे भाई भी अपने पिता की क्रूरता से सदमे में वन-टू-वन दीपक लगाएं. छोटे बच्चे के नाना के साथ और दो छोटे बच्चे साथ में बैठे हुए हैं.
आरोपी बेहद शातिर है अपनी बच्चे की लाश छुपाने के लिए उसने बोरवेल को चिन्हित किया, बोरवेल पहले से बंद था. प्रशासन ने अभियान के तहत बोरवेल को बंद किया था. लेकिन रातोरात ललित ने बोरवेल को वापस खोला अब स्थानीय विधायक महेंद्र पाल मीणा क्षेत्र में बने अवैध बोरवेल के ख़िलाफ अभियान चलाने का निर्देश दे रहे हैं.
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