
राजस्थान में बीते कुछ दिनों हो रही बारिश के चलते कई जिलों में हाल बेहाल हो गए हैं. झालावाड़ में स्कूल की इमारत गिरने से हुए हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई. झालावाड़ के बाद सोमवार को जैसलमेर में एक स्कूल में हादसा हो गया और गेट का पिलर गिरने से एक छात्र की मौत हो गई. बारिश के चलते एक के बाद एक होते हादसे को देखते हुए जयपुर में भी प्रशासन सजग हो गया है. जयपुर में जर्जर और असुरक्षित भवनों को चिन्हित करने के लिए एक कमेटी बनाई गई, जिसमें कुल 7 सदस्य होंगे.
कमिश्नर निधि पटेल ने दिया आदेश
जयपुर नगर निगम हेरिटेज की तरफ से बनाई कमेटी शहर में जर्जर भवनों की पहचान करेगी. इसके बाद उन भवनों को लेकर आगे की कार्रवाई करेगी. नगर निगम हेरिटेज की कमिश्नर निधि पटेल ने बारिश के चलते होने वाले हादसों को रोकने के लिए कमेटी गठित करने का आदेश दिया है.
इस कमेटी का उद्देश्य परकोटे या नगर निगम हेरिटेज के क्षेत्र में आने वाले जर्जर और सुरक्षित भवनों को चिन्हित करना है. हेरिटेज कमिश्नर निधि पटेल ने कहा कि लगातार बारिश के चलते कई ऐसे असुरक्षित भवनाओं को चिन्हित किया गया है, जिनकी स्थिति काफी जर्जर है और वे कभी भी गिर सकते हैं.
झालावाड़ हादसे के बाद एक्शन में हर विभाग
बता दें कि झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद से हर विभाग अलर्ट मोड पर है. झालावाड़ जैसे घटना दोबारा न हो, इसके लिए राजधानी जयपुर के दोनों नगर निगम के कमिश्नर एक्शन में हैं. राजधानी में जर्जर और असुरक्षित भवनों को चिन्हित कर उन्हें सीज किया जा रहा है. जिससे बारिश के दौरान अगर कोई जर्जर भवन गिरता भी है तो उससे होने वाले जनहानि को रोका जा सके.
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