
Rajasthan News: राजस्थान सरकार ने स्कूलों की खराब हालत को ठीक करने के लिए बड़ा कदम उठाया है. प्रदेश के 1936 सरकारी स्कूलों के जर्जर भवनों की मरम्मत के लिए 169 करोड़ 52 लाख 94 हजार रुपये मंजूर किए गए हैं. यह फैसला राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद ने लिया है. इसका लक्ष्य बच्चों को सुरक्षित और बेहतर पढ़ाई का माहौल देना है. यह राशि वित्तीय वर्ष 2023-26 के तहत बड़े मरम्मत कार्यों के लिए दी गई है.
झालावाड़ हादसे ने खोली व्यवस्था की पोल
हाल ही में झालावाड़ जिले के एक प्राथमिक स्कूल की छत गिरने से सात बच्चों की मौत हो गई थी. इस दर्दनाक हादसे के बाद सरकार की जमकर आलोचना हुई. लोगों ने स्कूलों की बदहाल स्थिति पर सवाल उठाए. इसके बाद सरकार हरकत में आई और स्कूलों की मरम्मत के लिए यह राशि स्वीकृत की गई.
किन जिलों में सबसे ज्यादा मरम्मत की जरूरत
झालावाड़, डूंगरपुर, सवाई माधोपुर, चूरू, जैसलमेर, बारां और उदयपुर जैसे जिलों में कई स्कूल भवनों को खतरनाक घोषित किया गया है. इन स्कूलों में बच्चे टीनशेड, पेड़ों के नीचे या अस्थायी कमरों में पढ़ने को मजबूर हैं. मरम्मत कार्यों की शुरुआत उन स्कूलों से होगी, जिन्हें सबसे ज्यादा जोखिम में रखा गया है.
मरम्मत कार्यों के लिए सख्त नियम
सरकार ने मरम्मत कार्यों के लिए सख्त दिशा-निर्देश बनाए हैं. काम केवल स्वीकृत गतिविधियों पर ही होगा. गुणवत्ता नियंत्रण, अनुबंध की शर्तों और वैधानिक नियमों का पालन करना होगा. कार्य पूरा होने के बाद ही भुगतान होगा, वह भी संबंधित अधिकारी की मंजूरी के बाद. बिना अनुमति के स्वीकृत राशि से ज्यादा खर्च नहीं किया जा सकेगा.
बच्चों को मिलेगा सुरक्षित माहौल
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मरम्मत के लिए ब्लॉक और जिला स्तर पर प्राथमिकता सूची तैयार है. इस कदम से स्कूलों की हालत सुधरेगी और बच्चों को सुरक्षित पढ़ाई का माहौल मिलेगा.
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