
Jaipur News: राजस्थान की राजधानी जयपुर में रह रहे एक परिवार में अचानक दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. उन्हें पश्चिमी अफ्रीकी देश माली से एक बेहद चिंताजनक मिली है, जिसके बाद उनके पैरों तले जमीन खिसक गई है. दरअसल जयपुर के निवासी प्रकाश चंद जोशी सहित तीन भारतीय नागरिकों का अपहरण पिछले दिनों माली में कर लिया गया है. यह घटना माली के कायेस प्रांत स्थित डायमंड सीमेंट फैक्ट्री से 1 जुलाई, 2025 को हुई थी.
14 दिन बाद भी कुछ भी पता नहीं चला
घटना के 14 दिन बीत जाने के बाद भी उनके परिवार को प्रकाश की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. जिसके बाद से परिवार बेहद चिंतित है और अब उन्होंने भारत सरकार और राज्य सरकार से उनके बचाव के लिए तत्काल हस्तक्षेप की गुहार लगाई है.
बलपूर्वक किया गया अगवा
प्रकाश चंद जोशी की पत्नी सुमन जोशी और बेटी चित्रा जोशी ने बताया कि "सशस्त्र हमलावरों" के एक समूह ने उनके परिजनों को "बलपूर्वक अगवा" कर लिया. इस घटना ने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया है और वे लगातार अपनी सरकार से मदद की आस लगाए बैठे हैं.
अल-कायदा से जुड़े समूह पर संदेह
माली सरकार ने अभी तक इस अपहरण कांड पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है. हालांकि, जिस दिन यह घटना हुई, उसी दिन अल-कायदा से जुड़े एक समूह - जमात नुसरत अल-इस्लाम वल मुस्लिमीन (JNIM) ने माली में कई हमलों की जिम्मेदारी ली थी. इससे यह आशंका बढ़ गई है कि इस अपहरण के पीछे भी इसी आतंकी समूह का हाथ हो सकता है.
प्रकाश जोशी का सीमेंट उद्योग में लंबा अनुभव
60 वर्षीय प्रकाश चंद जोशी मूल रूप से जयपुर के निवासी हैं. उन्होंने आखिरी बार 30 जून को अपने परिवार से बातकर तबीयत के बारे में बताया था. वह 30 मई को माली में डायमंड सीमेंट फैक्ट्री में काम करने के लिए गए थे. बताया जाता है कि डायमंड फैक्ट्री का प्लांट बंद था और प्रकाश जोशी को सीमेंट इंडस्ट्री में अच्छा अनुभव होने के कारण डायमंड कंपनी ने उन्हें एक बड़े पैकेज पर माली बुलाया था. इससे पहले वह अफ्रीका, ओमान और शिलांग में भी काम कर चुके हैं और उन्हें विदेशों में काम करने का व्यापक अनुभव है. यह पहली बार था जब वह पश्चिमी अफ्रीका गए थे.
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