
MLA Kailash Meena News: बांसवाड़ा की गढ़ी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक कैलाश मीणा के जरिए डिप्टी एसपी के पैर छूने का वीडियो जमकर वायरल हुआ. जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया. इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक ने उनकी शिकायतों पर तुरंत संज्ञान लेते हुए तीन महत्वपूर्ण मामलों की जांच डिप्टी एसपी बांसवाड़ा को सौंप दी है, वहीं विवाद में शामिल रहे एक एएसआई को हटाकर वापस जिले में बुला लिया गया है.
कार्रवाई का सिलसिला
शनिवार को गढ़ी विधायक ने कुछ मामलों को लेकर पुलिस से संपर्क किया था. जिसमें परतापुर के बेडवा में 9 बीघा कीमती जमीन की पटवारी और टीम की मिलीभगत से फर्जी रजिस्ट्री कराने, भूमाफियाओं के खिलाफ धारा 420 में मामला दर्ज कराने और भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष के पोते और युवती के फंदे से लटके होने के मामले की जांच के लिए वे थाने के बाहर धरने पर बैठ गए थे. जिसके बाद मामला गरमा गया.
धरने के बाद पुलिस ने फर्जी रजिस्ट्री के मामले में केस दर्ज कर लिया है. वहीं दूसरी ओर, विधायक के आरोपों वाले दोनों मामलों की जांच अब बांसवाड़ा डिप्टी गोपीचंद मीणा करेंगे. इसके साथ ही थाने में एएसआई महिपाल सिंह द्वारा विधायक मीणा के साथ की गई बदसलूकी के मामले की जांच भी डिप्टी को ही दी गई है. इन सभी बिंदुओं को लेकर पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाला ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तीन केसों की जांच डिप्टी एसपी बांसवाड़ा को सौंप दी है।
एएसआई हटाया गया
विधायक द्वारा की गई एक अन्य शिकायत में यह बात सामने आई कि एएसआई महिपाल सिंह ने थाने में दुर्व्यवहार किया था. इस पर कार्रवाई करते हुए संबंधित एएसआई को गढ़ी थाने से हटाकर बांसवाड़ा बुला लिया गया है.
एएसपी ने दी जानकारी
पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाला ने बताया कि विधायक की ओर से दी गई शिकायतों में एएसआई को दुर्व्यवहार के चलते गढ़ी से हटाया गया है, और विधायक द्वारा बताए गए मामलो में जाँच बांसवाड़ा उच्चाधिकारियों से कराने को कहा गया है . तीनों केसों की स्वतंत्र जांच अब डीएसपी बांसवाड़ा गोपीचंद मीणा को सौंपी गई है, जो अपनी रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को प्रस्तुत करेंगे.
क्या है पूरा मामला?
हाल ही में विधायक कैलाश मीणा ने गढ़ी थानाधिकारी पर भूमाफियाओं से मिलीभगत, जनसुनवाई में लापरवाही और पक्षपातपूर्ण कार्रवाई के गंभीर आरोप लगाए थे. विधायक शनिवार (12 जुलाई) को थाने के बाहर कार्यकर्ताओं और पीड़ितों के साथ धरने पर बैठ गए थे, जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया. उन्होंने कुछ मामलों में कार्रवाई की मांग करते हुए विधायक ने डिप्टी एसपी के सामने हाथ जोड़ते हुए पैर भी छू लिए थे. इस बारे में विधायक का कहना था है कि पुलिस जनता की नहीं, बल्कि दलालों की सुनती है. उन्होंने आगे कहा था कि भूमाफिया और एजेंटों को थाने में बैठाया जाता है. जब इस मामले में जब एनडीटीवी ने थानाधिकारी से सम्पर्क करने की कोशिश की तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया था.
यह भी पढ़ें: Rajasthan: डिप्टी एसपी के पैर पड़ गए बीजेपी विधायक, बोले- सीआई बजरी माफियाओं से लेता है पैसा, कार्रवाई करें