
Jaisalmer News: सीमावर्ती जिले जैसलमेर समेत पश्चिमी राजस्थान के इलाकों में लगातार बढ़ती हिरण शिकार की घटनाओं की जाँच के लिए एसआईटी (Special Investigation Team) का गठन किया गया है. हाल ही में जैसलमेर में लगातार सामने आ रही शिकार की घटनाओं के बीच एसआईटी का गठन कर जाँच के आदेश जारी किए है. इस एसआईटी में चार सदस्यीय कमेटी में शिकार की घटनाओं की जांच कर 1 महीने में अपनी रिपोर्ट पेश करने का प्लान है. अब जैसलमेर में हुई शिकार घटनाओं में वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों पर जो मिलीभगत के आरोप लगे थे उसकी भी जांच एसआईटी करेगी.
शिकार में वन्यजीव अधिकारियों के शामिल होने की आशंका
अखिल भारतीय जीव रक्षा विश्नोई सभा ने हिरण शिकार के मामलों को बढ़ोतरी और वन विभाग के लोगों की मिलीभगत पर नाराजगी व्यक्त की थी. ऐसे कई शिकार के मामलों में एसआइटी गठन की मांग करते हुए अखिल भारतीय जीव रक्षा विश्नोई सभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवराज विश्नोई के नेतृत्व में वन एवं पर्यावरण मंत्री संजीव शर्मा से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा था.
मंत्री से मिलकर की थी कार्रवाई की मांग
दरअसल, जिले के मोहनगढ़ क्षेत्र के नेहड़ाई गांव में पिछले महीने हुई चिंकारा हिरण शिकार का मामला सामने आने के बाद से वन्यजीव प्रेमियों व विश्नोई समाज के लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है. आक्रोशित वन्यजीव प्रेमियों और विश्नोई समाज के लोगों ने पहले नेहड़ाई में धरना दिया इसके बाद जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने भी धरने पर बैठकर कुछ लोगों ने अनशन भी शुरु किया था. जिसके बाद मंत्री संजीव शर्मा से मुलाक़ात कर जांच की मांग की गई, अब पूरे मामले की चार सदस्य कमेटी जांच करेगी.