
Jaisalmer News: जैसलमेर जिले के लाठी थाना क्षेत्र के लोहटा गांव में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के त्यौहार की खुशियां उस समय मातम में बदल गईं, जब पानी भरते समय एक बहन का पैर फिसल गया और वह टंकी में गिर गई और डूब गई. उसे बचाने के प्रयास में बहन (मामा की बेटी) भी टंकी में कूद गई, लेकिन उसकी कोशिश नाकाम रही. और इस दुखद हादसे में दोनों बहनों की दर्दनाक मौत हो गई. दोनों बहनों की मौत की खबर से परिवार में मातम छा गया.
गांव के सामने बने टांके में पानी भरने गई थी हसीना
जानकारी के अनुसार, लाठी कस्बे के निवासी बशीर खान पिछले काफी समय से अपने परिवार के साथ लोहता गांव स्थित अपने खेत में रह रहे हैं. उनकी 13 साल की बेटी हसीना बुधवार को गांव के सामने बने टांके में पानी भरने गई थी. इसी दौरान अचानक उसका पैर फिसल गया और वह टांके के अंदर गिर गई.और वह मदद के लिए चिल्लाने लगी.
हसीना की आवाज सुनकर फरुना गई बचाने, दोनों की मौत
कुछ दूर खेतों में काम कर रही उसकी ममेरी बहन फरुना ने टांके से उसकी चीखें सुनीं और दौड़कर आई और बिना सोचे-समझे उसे बचाने के लिए टांके में कूद गई. उसने हसीना को बचाने की कोशिश की, लेकिन पानी का स्तर अधिक होने के कारण वह अपना संतुलन नहीं बना पाई और दोनों की डूबने से मौत हो गई. जब परिवार वालों को इसकी जानकारी हुई तो वे उनकी मदद के लिए दौड़े, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. जिसके बाद दोनों बच्चियों के शवों को बाहर निकाला गया और उन्हें लाठी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टरों ने बच्चियों को मृत घोषित कर दिया.
मामा के घर आई थी फारूना
बशीर खान का परिवार लंबे समय से लोहटा गांव में रह रहा था. उनकी बहन की बेटी फारूना भी कुछ समय पहले अपने मामा के घर आई हुई थी. परिवार आने वाली ईद-ए-मिलाद-उन-नबी त्योहार की तैयारियों में जुटा हुआ था. घर में अचानक हुए हादसे से पूरा परिवार शोक में डूब गया. परिजनों में मातम छा गया है. फारूना और हसीना के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
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