Rajasthan News: राजस्थान में जूनियर इंजीनियर भर्ती (JEN) परीक्षा का पेपर लीक (Paper Leak) करने वाले आरोपियों के ठिकानों पर गुरुवार को स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) ने कई जगह छापे मारे. भरतपुर, जयपुर और दौसा ज़िलों में SOG ने आरोपियों के 12 ठिकानों पर छापे मारे हैं. शुक्रवार को एसओजी के एसडीजी वी.के. सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरे ऑपरेशन की जानकारी दी. अब तक मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि एक आरोपी देश छोड़ कर भाग गया है.
जगदीश ज्याणी को किया गिरफ्तार
एसडीजी वी.के. सिंह ने कहा, 'जयपुर में आठ, दौसा में तीन और भरतपुर में एक जगह पर आज छापेमारी की गई. हर्षवर्द्धन और राजेंद्र की बहुत सारी संपत्ति का खुलासा हुआ है. जगदीश ज्याणी को भी गिरफ्तार किया है.चूरू जिले का एक आरोपी देश छोड़कर भाग गया है. लगभग सभी आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है.'
#WATCH जयपुर: जेईएन पेपर लीक पर एसओजी के एसडीजी वी.के. सिंह ने बताया, "जयपुर में आठ, दौसा में तीन और भरतपुर में एक जगह पर आज छापेमारी की गई...हर्षवर्द्धन और राजेंद्र की बहुत सारी संपत्ति का खुलासा हुआ है...जगदीश ज्याणी को भी गिरफ्तार किया है... चूरू जिले का एक आरोपी देश छोड़कर… pic.twitter.com/0aHwfWWmZY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 1, 2024
50 लाख में पटवारी को बेचा पेपर
पूछताछ के दौरान हर्ष ने पुलिस को पेपर लीक की पूरी कहानी विस्तार से बता दी. उसने बताया कि 6 दिसंबर 2020 को भर्ती परीक्षा होनी थी. लेकिन इससे पहले ही राजेंद्र कुमार यादव अपने एक सहयोगी की मदद से स्कूल के स्टॉग रूम में दाखिल हो गया. इस दौरान उसने वहां रखे प्रश्न पत्र के लिफाके में बड़ी ही सफाई से चिरा लगाकर उसमें से पेपर निकाल लिया, और फिर उसका फोटो खींचकर पटवारी हर्ष को वॉट्सऐप पर भेज दिया. इसके बदले में उसने 50 लाख रुपये लिए. काम पूरा होने के बाद यादव ने बड़ी ही सफाई के साथ पेपर को वापस लिफाफे में डालकर उसे अपने स्थान पर रख दिया और स्टॉग रूम से बाहर निकलकर फरार हो गया.
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