Rajasthan News: जोधपुर के प्रतिष्ठित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (Jodhpur AIIMS) में सोमवार देर शाम एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल (Administrative Reshuffle) किया गया है. संस्थान के अधीक्षक (Superintendent) पद से डॉ. महेश देवनानी को अचानक हटा दिया गया है. उनकी जगह डर्मेटोलॉजी (त्वचा रोग) विभाग के प्रमुख डॉ. अभिषेक भारद्वाज को यह जिम्मेदारी दी गई है. एम्स प्रशासन ने इसे 'रूटीन बदलाव' बताया है, लेकिन सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी ने इस कार्रवाई पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. माना जा रहा है कि यह फैसला हाल ही में डॉ. देवनानी का एक पूर्व मंत्री और सांसद के साथ हुए बड़े विवाद का नतीजा है.
पूर्व मंत्री की पत्नी के मुफ्त इलाज पर विवाद
सूत्रों के मुताबिक, इस पूरे मामले की जड़ 14 अगस्त की एक घटना है. पूर्व मंत्री और मौजूदा सांसद की पत्नी को इलाज के लिए एम्स अस्पताल लाया गया था. डॉ. देवनानी ने कथित तौर पर उनका मुफ्त इलाज (Free Treatment) करने से साफ इनकार कर दिया था. मुफ्त इलाज से इनकार करने के बाद, पूर्व मंत्री इस बात से बेहद नाराज हो गए. इस विवाद के बाद सांसद ने कथित तौर पर डॉ. देवनानी को अपने घर बुलाकर काफी कड़ी बातें सुनाई थीं. सूत्रों के अनुसार, इसी घटना से आहत होकर डॉ. देवनानी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, हैरानी की बात यह है कि डॉ. देवनानी का इस्तीफा करीब तीन महीने तक स्वीकार नहीं किया गया. अब उन्हें इस्तीफा स्वीकार करने के बजाय, सीधा अधीक्षक पद से हटा दिया गया है.
प्रशासनिक फेरबदल या राजनीतिक दबाव?
जोधपुर एम्स जैसे संस्थान में अधीक्षक का पद बहुत महत्वपूर्ण होता है. यह अस्पताल की पूरी व्यवस्था और प्रशासनिक कामकाज को संभालता है. डॉ. देवनानी को इस तरह अचानक हटाना, खासकर मुफ्त इलाज के विवाद के बाद, प्रशासन में बड़े टूट-फूट की तरफ इशारा करता है. अगर इस्तीफा तीन महीने से लंबित था, तो अब अचानक पद से क्यों हटाया गया? बहरहाल, नए अधीक्षक डॉ. अभिषेक भारद्वाज को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.
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