Rajasthan News: जोधपुर जिले के छोटे से गांव खांगटा में मंगलवार का दिन इतिहास में दर्ज हो गया. गांव के लोगों ने वह नज़ारा देखा जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. युवा उद्यमी और ठेकेदार सेनाराम प्रजापत ने अपने बेटे रामराज की शादी को अनोखा और यादगार बनाने के लिए एक प्राइवेट हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की थी. परिवार के मुताबिक, रामराज का सपना था कि वह अपनी दुल्हन को लेकर आसमान से गांव पहुंचे और मंगलवार को वह सपना पूरा हुआ.
सुबह जोधपुर से प्राइवेट हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी. उड़ान के दौरान ही हेलीकॉप्टर गांव के प्रमुख धार्मिक स्थलों—बागोरिया देवी मंदिर, देवरी धाम रतकुड़िया और करणी माता मंदिर देवनगर के ऊपर से चक्कर लगाते हुए आगे बढ़ा. गांव की सीमा में प्रवेश करते ही हेलीकॉप्टर ने आसमान से फूल बरसाने शुरू कर दिए. गांव के लोग छतों और गलियों से यह दृश्य देख कर खुशी से झूम उठे. आसमान से बरसते फूलों ने शादी की खुशी को कई गुना बढ़ा दिया.
पहली बार हेलीकॉप्टर देखने उमड़ा गांव
जैसे ही हेलीकॉप्टर खांगटा गांव के खेत में उतरा, हजारों की भीड़ एक साथ वहां पहुंच गई. बच्चों के चेहरे पर उत्सुकता, युवाओं में जोश और बुजुर्गों की आंखों में हैरानी साफ दिखाई दे रही थी. मोबाइल कैमरों की फ्लैश लगातार चमक रही थी—लोग दूल्हा-दुल्हन के साथ सेल्फी लेते रहे. कई लोगों ने कहा कि यह पहली बार है जब उन्होंने इतना नज़दीक से हेलीकॉप्टर देखा.
गांव में उत्सव जैसा माहौल
हेलीकॉप्टर की आवाज़ से ही गांव के हर कोने में हलचल मच गई थी. महिलाएं और बच्चे दौड़ते हुए बाहर निकले, बुजुर्ग घरों की छतों पर चढ़ गए. पूरे गांव में मानो मेले जैसा माहौल बन गया. लैंडिंग के बाद भी हेलीकॉप्टर ने कुछ मिनट रुककर पूरे गांव का एक और चक्कर लगाया, ताकि हर ग्रामीण इस दृश्य को भरपूर देख सके. कार्यक्रम में प्रशासक प्रकाश बोराणा सहित कई स्थानीय नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और गांव के बुजुर्ग मौजूद रहे. सभी ने इस नवाचार की सराहना की और कहा कि यह शादी आने वाले कई सालों तक याद रखी जाएगी.
परिवार की खुशी
सेनाराम प्रजापत ने भावुक होते हुए कहा- “मेरे बेटे का सपना था कि वह अपनी दुल्हन के साथ हेलीकॉप्टर से गांव पहुंचे. आज वह सपना पूरा हुआ. गांव वालों की खुशी देखकर लगता है कि हमारी मेहनत सफल रही.” गांव वालों ने भी परिवार को शुभकामनाएं दीं और दूल्हा-दुल्हन पर प्यार बरसाया. खांगटा गांव के लोगों के लिए यह दिन किसी त्योहार से कम नहीं रहा. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर कोई इस अनोखे पल को हमेशा याद रखेगा. कई ग्रामीणों ने कहा कि यह दृश्य उनकी जिंदगी का सबसे खास क्षण बन गया है.