
kahtushyamji: प्रसिद्ध तीर्थ स्थल खाटूश्यामजी में जलझूलनी एकादशी के अवसर पर भक्ति और श्रद्धा का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है. दो दिवसीय जलझूलनी एकादशी का मासिक मेला आज (3 सितंबर) से रींगस में शुरू हो गया है, जिसके चलते रींगस से खाटूश्यामजी तक का लगभग 17 किलोमीटर लंबा रास्ता श्याम भक्तों की अटूट कतारों से भर गया है.
रींगस में निकाली गई भव्य शोभायात्रा
आज सुबह से ही रींगस में भक्ति का माहौल छाया हुआ है. 201 से अधिक श्याम भक्तों ने रींगस श्याम मंदिर में बाबा को निशान अर्पित करने के लिए एक विशाल शोभायात्रा निकाली. तोरणद्वार से शुरू हुई यह शोभायात्रा डीजे की भक्तिमय धुनों पर नाचते-गाते हुए शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरी. इस शोभायात्रा में महिलाएं, बच्चे और पुरुष सभी बाबा श्याम के प्रति गहरी आस्था के साथ शामिल हुए.
बाबा श्याम का विशेष पुष्प श्रृंगार
जलझूलनी एकादशी के लिए बाबा श्याम का विशेष श्रृंगार किया गया है। इस बार बाबा को देश-विदेश से मंगाए गए खास और खुशबूदार फूलों से सजाया गया है. इन फूलों की मनमोहक सुगंध मंदिर में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर रही है और बाबा श्याम की भव्यता में चार चांद लगा रही है.
भारी भीड़ के मद्देनजर कड़े सुरक्षा इंतजाम
मंदिर समिति का अनुमान है कि इस मेले में लगभग पांच लाख श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए पहुंच सकते हैं. भक्तों की भारी संख्या को देखते हुए श्री श्याम मंदिर कमेटी, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने मिलकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. जगह-जगह अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो.
VIP दर्शन पर रोक
जलझूलनी एकादशी पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए खाटूश्यामजी मंदिर में वीआईपी दर्शन पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं. केवल सरकार द्वारा प्रोटोकॉल सूची में शामिल वास्तविक वीआईपी और वीवीआईपी ही विशेष दर्शन कर पाएंगे. आम भक्तों को लाइन में लगकर ही बाबा श्याम के दर्शन करने होंगे. प्रशासन का यह कदम भक्तों की सुरक्षा और सुगम दर्शन सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है.