Gajendra Singh's Statement: राजस्थान उपचुनाव में खींवसर में बीजेपी प्रत्याशी रेवंतराम डांगा की जीत के बाद आरएलपी प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल बैकफुट पर दिखाई दे रहे हैं. नतीजों के बाद सबसे ज्यादा किसी बात की चर्चा है तो वह है राजस्थान सरकार में चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खिमसर (Gajendra Singh) का बयान. जब उन्होंने चैलेंज किया था कि बीजेपी चुनाव हार गई तो मूंछ मुंडवा लूंगा. चुनाव परिणाम के बाद बेनीवाल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर राजा के मूंछों पर बात नहीं आती तो रेवंतराम डांगा नहीं जीत पता. वहीं, चुनाव से पहले बीजेपी ज्वॉइन करने दुर्ग सिंह ने भी इस बयान का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हमारे राजा साहब कि मूंछे तो आप जैसे बहादुर आदमियों ने बचा ली. दरअसल, 11 नवंबर को एक आमसभा में चुनाव प्रचार के दौरान गजेंद्र सिंह ने यह बयान दिया था. उन्होंने बीजेपी की जीत की गारंटी लेते हुए कहा था कि यह सीट हम हार ही नहीं सकते. हार गए तो मैं मेरी मूंछे और सिर के बाल मुंडवा कर यहां इस चौक पर खड़ा हो जाऊंगा.
"गजेंद्र सिंह कोई एक जाति के व्यक्ति नहीं"
बीजेपी नेता दुर्ग सिंह ने कहा, "हमारे खींवसर के राजा साहब विकास पुरुष हैं. गजेंद्र सिंह कोई एक जाति के व्यक्ति नहीं हैं. हमारे राजा साहब ने कहा था कि जाओ दुर्ग सिंहजी रेवंतरामजी डांगा को कह देना अगर चुनाव हार गए तो मेरी मूंछ कटवा लूंगा, नेता तो कहते हैं आड़ा पटक (जमीन पर नीचे गिरा कर) मूंछ काटेंगे. अरे गजेंद्र सिंह के मूंछों के हाथ लगाने से पहले करोड़ों लाशों के ऊपर पैर देकर गुजरना पड़ेगा. गजेंद्र सिंह के मूंछों के हाथ लगा देवे कोई."
घमंड और अहंकारी नीति का अंत शुरू- बीजेपी नेता
उन्होंने कहा कि जिस पुरुष के नाम से मान-सम्मान बना रहा. क्षेत्र में विकास पुरुष के नाम से जाना जाता है, जहां लोग पहले एक-एक जीएसएस के लिए तरसते थे. गजेंद्र सिंह ने 36 कौम का भाईचारा कायम किया था. उनका राजयोग जोधपुर के लोहावट में लिखा है.मैंने तो मेरी टीम को उसी दिन कह दिया था कि अगर इस खींवसर में गजेंद्र सिंह की मूंछ के कोई हाथ लगा दे तो मै प्राण त्याग दूंगा. ऐसी घमंड भरी बातें हम किसी के लिए नहीं करते, घमंड और अहंकारी नीति का अंत आपके हाथों से शुरू हो चुका है.
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