![CM भजनलाल शर्मा का कोटा दौरा, धाकड़ समाज के अधिवेशन में कांग्रेस पर निशाना, रोजगार और शिक्षा पर जोर CM भजनलाल शर्मा का कोटा दौरा, धाकड़ समाज के अधिवेशन में कांग्रेस पर निशाना, रोजगार और शिक्षा पर जोर](https://c.ndtvimg.com/2025-02/4bidko58_kota_625x300_09_February_25.jpg?im=FitAndFill,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रविवार को कोटा दौरे पर आए. जहां उन्होंने धाकड़ समाज के 32वें अधिवेशन में दशहरा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को अपने निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि मजदूर, किसान, युवा, महिलाओ का कल्याण भाजपा सरकार कर रही है, जबकि इन सब के साथ अन्याय कांग्रेस के शासन में हुआ था.
'दिल्ली में कांग्रेस जीरो पर रही'
इसके साथ ही सीएम ने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी और ड्राइवर के लिए निकली गई भर्ती पर तंज कर रहे हैं. लेकिन यह भर्ती गरीब किसान और मजदूर के बच्चों के लिए है. ऐसे में क्या इस तरह की भर्ती नहीं होनी चाहिए थी. साथ उन्होंने कहा कि विधानसभा में दो दिन पहले ही उन्होंने कहा था कि दिल्ली में कांग्रेस जीरो पर रहेगी और ऐसा ही हुआ है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार वहां पर बनी है.
'संकल्प पत्र के 55 फीसदी कार्य पूरे'
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 1 साल में ही उन्होंने अपने संकल्प पत्र के 55 फीसदी कार्य पूरे कर दिए हैं और कांग्रेस के शासन में जहां पर युवा और किसान परेशान था क्योंकि बच्चा एग्जाम देने जाता था, लेकिन नौकरी लगने के पहले ही पेपर लीक हो जाता था.
सीएम ने कहा कि हमारे 1 साल के शासन में एक भी पेपर लीक नहीं हुआ है और मैं युवाओं को किसान और मजदूर के बच्चों को कहना चाहता हूं कि वह तैयारी करें समय से विज्ञप्ति निकलेगी पेपर होगा रिजल्ट आएगा और नियुक्ति पत्र भी समय से मिलेगा हमारा लक्ष्य है कि हम 6 लाख युवाओं को रोजगार देंगे.
हमारे समाज को भी दे जमीन
इसके साथ ही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि धाकड़ समाज वैज्ञानिक और इनोवेशन की खेती करने के लिए जाना जाता है. जिस गांव में धाकड़ समाज के लोग खेती करते हैं अन्य लोगों को भी सिखाते हैं और प्रेरणा देते हैं.
वहीं कार्यक्रम में मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि हमारे समाज के लोग शिक्षा में आगे बढ़ रहे हैं और खेती ही हमारा पारंपरिक पेशा रहा है. जिस तरह से मीणा समाज को 100 बीघा जमीन कोटा में बीते शासन में दी गई है. हमारे समाज को भी मिलनी चाहिए ताकि हम भी एक एजुकेशनल इंस्टिट्यूट खड़ा कर देंगे. जिससे समाज को के साथ-साथ पूरे हाड़ौती को फायदा होगा.
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