Rajasthan News: राजस्थान के अलवर जिले की केंद्रीय जेल में कैदियों को गांजा, बीड़ी, गुटका और मोबाइल पहुंचाने का मामला सामने आया है. जेल की डिस्पेंसरी में कार्यरत एक लैब टेक्नीशियन को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. लैब टेक्नीशियन बहुत समय से यह काम कर रहा था. जेल में करीब 10 दिन पहले पुलिस अधिकारियों द्वारा भारी पुलिस टीम के साथ सर्च ऑपरेशन चलाया गया.
सुरक्षा गार्ड्स को बहुत समय से था शक
जेल के सुरक्षा गार्ड्स को डिस्पेंसरी में कार्यरत लैब टेक्नीशियन मनीष यादव पुत्र कृष्ण कुमार यादव पर शक हुआ, तो उन्होंने उसके बैग की तलाशी ली. जिसमें कैदियों को सप्लाई करने के लिए ले जा रहे तीन मोबाइल, 16 पुड़िया में 64 ग्राम गांजा, 83 बीड़ी के बंडल गुटका जर्दा तंबाकू के बंडल बरामद किए गए. जेल प्रहरियों ने कोतवाली थाना पुलिस को बुलाकर लैब टेक्नीशियन को उनकें हवाले कर दिया.
पुलिस अधीक्षक रूप किशोर शर्मा ने बताया कि लैब टेक्नीशियन मनीष यादव जेल पहुंचा तो उनके बैग में प्रतिबंधित सामग्री होने का शक हुआ. जेल प्रहरियों ने उससे पूछताछ की तो उन्होंने कोई संतोष जनक जवाब नहीं दिया. जेलर रविंद्र उपाध्याय ने इस संबंध में मनीष यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है.
जेल कर्मी भी हो सकते है साथ में शामिल
सीओ नारायण सिंह ने बताया कि इस मामले में कोतवाली में एनडीपीएस सहित कई धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. मनीष यादव 4 साल से जेल की डिस्पेंसरी में कार्यरत है. आशंका जताई जा रही है की जेल कर्मियों की मिलीभगत से कैदियों को जेल में मोबाइल, सिम कार्ड सहित अन्य सामान सप्लाई करता था. जेल से कई बार नशीली चीजे और मोबाइल समेत अन्य सामान बरामद हो चुके हैं.
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