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चूरू सांसद राहुल कस्वां की नाराजगी खुल कर आयी सामने, बीजेपी से पूछा- 'मेरा गुनाह क्या है'

बीजेपी सांसद राहुल कस्वां को उनकी पार्टी वाले नसीहत दे रहे हैं. तो दूसरी ओर कांग्रेस ने उनके लिए दरवाजा खोलने के संकेत दे दिए हैं.

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चूरू सांसद राहुल कस्वां की नाराजगी खुल कर आयी सामने, बीजेपी से पूछा- 'मेरा गुनाह क्या है'
चूरू लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद राहुल कस्वां

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बीजेपी ने राजस्थान की 15 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है. वहीं, इन 15 सीटों पर 5 वर्तमान सांसदों का टिकट काट दिया है. इन सांसदों में कुछ ने तो संतोष कर लिया और शीर्ष नेतृत्व से अदावत करने से खुद को रोक लिया है. जबकि कुछ लोगों ने दबे स्वर में इसका विरोध किया है. हालांकि, कुछ सांसद हैं जो अपनी नारजगी खुल कर जाहिर कर रहे हैं. इनमें चूरू लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद राहुल कस्वां हैं जो अब खुलकर अपनी नाराजगी जता रहे हैं. उनके नाराजगी के बाद राजस्थान की सियासत भी गरमा गई है. जहां बीजेपी सांसद राहुल कस्वां को उनकी पार्टी वाले नसीहत दे रहे हैं. तो दूसरी ओर कांग्रेस ने उनके लिए दरवाजा खोलने के संकेत दे दिए हैं.

इस बीच राहुल कस्वां ने अपने ही शीर्ष नेतृत्व से 5 सवाल पूछा है. वह जानना चाहते हैं कि उनका टिकट आखिर क्यों काटा गया. आखिर चूरू लोकसभा सीट से उन्हें दोबारा टिकट क्यों नहीं दिया गया. राहुल कस्वां ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला है. जिसके जरिए उन्होंने शीर्ष नेतृत्व से सवाल पूछा है कि आखिर मेरा गुनाह क्या है. वहीं, उन्होंने इसके लिए अपने लोगों से जवाब मांगा है.

राहुल कस्वां ने अपने एक्स पर लिखा, आखिर मेरा गुनाह क्या था...?

क्या मैं ईमानदार नहीं था ? 
क्या मैं मेहनती नहीं था ?
क्या मैं निष्ठावान नहीं था ? 
क्या मैं दागदार था ?
क्या मैंने चूरू लोकसभा में काम करवाने में कोई कमी छोड़ दी थी ?

मा. प्रधानमंत्री जी की सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में, मैं सबसे आगे था।

ओर क्या चाहिए था ?

जब भी इस प्रश्न को मैंने पूछा,
सभी निरुत्तर और निःशब्द रहे।
कोई इसका उत्तर नही दे पा रहा।

शायद मेरे अपने ही मुझे कुछ बता पाएं...

राहुल कस्वां का टिकट करने का कारण

सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा है कि चूरू लोकसभा सीट पर राजेंद्र सिंह राठौड़ से अदावत उनके लिए आगामी चुनाव के रास्ते बंद कर दिये गए हैं. उन पर यह भी आरोप लगाए जा रहे हैं कि राजेंद्र सिंह राठौड़ को विधानसभा चुनाव में हारने का कारण भी राहुल कस्वां हैं. वहीं कई मौकों पर राजेंद्र सिंह राठौड़ ने राहुल कस्वां को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा था,

 'जनता का फैसला स्वीकार्य है लेकिन इस हार में बहुत से 'जयचंदों' ने भी अपनी भूमिका निभाई है. मुंह में राम, बगल में छुरी लेकर भी कई लोग सत्ता के नजदीक आने की कोशिश कर रहे हैं. उनके चेहरे का नकाब जल्द ही उतरने वाला है.

गजेंद्र सिंह खींवसर ने भी राहुल कस्वां को दी नसीहत

राहुल कस्वां की नाराजगी पर पर राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने भी उन्हें नसीहत दे दी. उन्होंने कहा कि किसी को भी आजीवन टिकट नहीं दिया जा सकता है. किसी को टिकट मिलता है तो किसी का टिकट कटता ही है. यह लोकतंत्र है और टिकट ऐसे तय नहीं होती है. इसके लिए सर्वे होता है. उन्हें विरोध नहीं करना चाहिए. उन्हें कई बार मौका मिला है. वह सांसद बने हैं. लेकिन यह पार्टी की देन है कि वह बीजेपी से जुड़े और उन्हें आगे बढ़ने का मौका मिला है. अगर पार्टी नहीं करती तो उन्हें कुछ नहीं मिलता. 

राहुल कस्वां को कांग्रेस का ऑफर

राहुल कस्वां को अब कांग्रेस पार्टी ने ऑफर भी देना शुरू कर दिया है. बीकानेर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बिशनराम सियाग ने कहा है कि अगर राहुल कस्वां कांग्रेस से चुनाव लड़े तो जीत 100% पक्की है. उन्हें कांग्रेस आ जाना चाहिए. अब कस्वां भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ पकड़ सकते हैं. चूरू लोकसभा क्षेत्र कस्वां परिवार का गढ़ रहा है, यहां पर सांसद राहुल कस्वां खुद दूसरी बार चूरू से सांसद हैं उनके पिता राम सिंह कस्वां भी चूरू से सांसद रह चुके हैं. राहुल कंस्वा के दादा भी चुरू से सांसद रह चुके हैं.

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