Rajasthan News: पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया के एक बयान से उपजा विवाद नए मोड़ पर पहुंच गया है. क्षत्रिय समाज और श्री राजपूत करणी सेना के बड़े आंदोलन की चेतावनी के बीच राज्यपाल कटारिया ने वीडियो जारी कर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है. राज्यपाल कटारिया ने वीडियो में स्पष्ट किया कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया और उनका उद्देश्य किसी भी समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था.
मेवाड़ में बयान पर तीखी प्रतिक्रिया
एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने महाराणा प्रताप को लेकर ऐसा बयान दिया, जिसे लेकर उदयपुर समेत पूरे मेवाड़ में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली. क्षत्रिय समाज और श्री राजपूत करणी सेना ने इस बयान को महाराणा प्रताप के सम्मान के खिलाफ बताते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया और राज्यपाल से सार्वजनिक माफी की मांग की.
बयान पर कटारिया ने दी सफाई
विरोध इतना तेज हुआ कि आंदोलन तक बात पहुंचा गई. लगातार नाराजगी और विरोध के बीच राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने एक वीडियो संदेश जारी किया. वीडियो में उन्होंने कहा कि उनका मकसद कभी भी महाराणा प्रताप का अपमान करना या किसी समाज की भावनाओं को आहत करना नहीं था. उन्होंने कहा कि जो लोग उनके बयान से आहत हुए हैं, वे पूरा भाषण सुनें और संदर्भ को समझें.
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उनका आशय केवल इतना था कि कांग्रेस शासन के दौरान महाराणा प्रताप की वीरता और गौरव को वह पहचान नहीं मिल पाई, जो बाद में भारतीय जनता पार्टी की सरकारों के दौरान मिली. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बीजेपी सरकार के समय मेवाड़ कॉम्पलेक्स जैसी योजनाएं आईं और इस बार भी महाराणा प्रताप के नाम पर करीब 175 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है.
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