
Mallikarjun Kharge: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार (28 अप्रैल) को जयपुर स्थित पीसीसी वॉर रूम में आयोजित जिलाध्यक्षों की समन्वय बैठक के दौरान अनुशासन पर सख्त रुख दिखाया. खड़गे ने साफ संदेश दिया कि पार्टी में अनुशासन सर्वोपरि है. उन्होंने चेतावनी दी कि कोई भी नेता बैठक के अंदर कुछ भी कहे, लेकिन बाहर जाकर बयानबाजी नहीं करें. खरगे यहां 'संविधान बचाओ' रैली को संबोधित कर रहे थे. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, सबसे ऊपर देश है, उसके बाद पार्टी और धर्म होगा. देश के लिए सब लोगों को एकजुट होना चाहिए.
खड़गे ने नेताओं को लगाई फटकार
बैठक में खड़गे और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पार्टी नेताओं को बूथ और मंडल स्तर पर कमेटियों के गठन के कार्य को गंभीरता से लेने के निर्देश भी दिए। इसी दौरान टोंक जिलाध्यक्ष हरी प्रसाद बैरवा को बिना तैयारी बैठक में आने पर खड़गे की फटकार का सामना करना पड़ा. बैठक में जब बैरवा मंडल अध्यक्षों की सटीक जानकारी नहीं दे पाए, तो खड़गे ने नाराजगी जताते हुए कहा आप बिना तैयारी और जानकारी के बैठक में आ गए हैं. हालांकि, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने बीच में हस्तक्षेप कर मामला संभालने की कोशिश की.
करीब दो घंटे चली इस समन्वय बैठक में खड़गे और वेणुगोपाल ने नेताओं को संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के निर्देश दिए और स्पष्ट किया कि अनुशासनहीनता किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
पीएम मोदी पर साधा निशाना
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह देश की बदकिस्मती है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में वह शामिल नहीं हुए. उन्होंने कहा, देश के स्वाभिमान को जब धक्का लगा तो आप बिहार में चुनावी भाषण करते रहे लेकिन आप दिल्ली नहीं आ सके। क्या आपके लिए दिल्ली दूर है बिहार से? कम से उस दिन बिहार से आकर हमारी बैठक में बैठते तो सबको मालूम होता कि आपकी योजना क्या है. आप क्या करने वाले हैं. हमसे क्या मदद चाहते हैं?
राजस्थान में कानून व्यवस्था की स्थिति पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘राजस्थान में कानून व्यवस्था इतनी खराब है कि एक महीने में तीन दलितों की हत्या कर दी गई.