अलवर के अजीत सिंह चौधरी का शव आज (17 नवंबर) रूस से भारत पहुंचा. अलवर के राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय में उसका पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंपा गया. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. बीती रात रूस से अजीत सिंह चौधरी का शव भारत पहुंचा, उसके बाद सड़क मार्ग से आज सुबह 8 बजे अलवर लाया गया. परिजनों ने हत्या का संदेह जाहिर करते हुए कहा कि रूस के द्वारा उसके मृत्यु को आत्महत्या करार दिया गया है, जबकि हमारा बेटा ऐसा नहीं कर सकता.
परिजनों ने की निष्पक्ष जांच की मांग
परिजनों ने इस संबंध में उन्हें निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि हमें कुछ नहीं चाहिए. बस दोषियों के खिलाफ कार्रवाई चाहिए, जिससे किसी दूसरे के खिलाफ ऐसी वारदात दुबारा ना हो. मृतक के परिजन भोम सिंह ने बताया कि वह अलवर के केसरपुरा निवासी जितेंद्र के माध्यम से रूस में मेडिकल की पढ़ाई करने गया था. 2 साल में 29 लाख 65000 हम उसे दे चुके और उन पैसों का उसने क्या किया या क्या नहीं किया, इसकी जानकारी नहीं है.
जितेंद्र पर जताया संदेह
जितेंद्र पर शक जाहिर करने के साथ ही परिजनों का यह भी कहना है "घटना से 20 दिन पहले भी इनमें झगड़ा हुआ था और जितेंद्र का फोन आया था कि इसकी डॉक्टरी पूरी हो गई है. इसको भारत बुला लो, उसके यह शब्द हमें आज तक समझ में नहीं आए. आखिर उसने यह शब्द क्यों कहे. इस मामले में जितेंद्र से भी पूछताछ होनी चाहिए."
2023 में पढ़ाई करने गया था अजीत
दरअसल, अजीत सिंह चौधरी साल 2023 में मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए रूस गया था. बीते महीने 19 अक्टूबर को उसके कपड़े एक नदी के किनारे मिले. 6 नवंबर को उसकी मौत होने की सूचना परिजनों को दी गई. परिजन केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और भारतीय दूतावास के अधिकारियों से मिले और शव को जल्दी स्वदेश लाने की मांग की गई थी.
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