
Rajasthan News: भजनलाल सरकार के आदेश के बाद बुधवार यानी 27 सितंबर को राजस्थान में मांस, मछली और अंडे की दुकानें बंद रहीं. हालांकि, कुछ जगह पर दुकानदार सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए नजर आए. बूचड़खाने, मांस, मछली और अंडे की दुकानें बंद रखने के आदेश के बावजूद जब दुकानें खुलीं रहीं तो अधिकारी दौड़े-दौड़े पहुंचे और फटकार लगाते हुए दुकानों का बंद करवाया, लेकिन दुकानदारों पर ज्यादा देर तक असर नहीं रहा और वे फिर से दुकानों को खोल दिए.
2 दिन बंद मांस, मछली और अंडे की दुकानें
दरअसल, राजस्थान सरकार ने जैन धर्म के पर्युषण पर्व और अनंत चतुर्दशी के मौके पर प्रदेशभर में मांस, मछली और अंडे की दुकानें बंद रखने का आदेश जारी किया था. स्वायत्त शासन विभाग की तरफ से जारी आदेश में दो दिन (27 अगस्त और 06 सितंबर) बूचड़खाने, मांस, मछली और अंडे की दुकानों को बंद रखने को कहा गया था.

आदेश के बावजूद कई जगह खुलान दुकान
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि इस आदेश का पालना कराने के लिए प्रशासन को सख्त निर्देश दिए गए हैं और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बुधवार (27 अगस्त) अधिकतर जगहों पर सरकारी आदेश का असर देखने को मिला और मांस, मछली और अंडे की दुकानें बंद रहीं, लेकिन कुछ जगह पर ऐसे भी दुकानदार दिखे जो सरकारी आदेश को दरकिनार करते हुए दुकान खोले नजर आए.
भरतपुर शहर, रूपवास उपखंड में कई जगहों पर इस आदेश की सरेआम धज्जियां उड़ाई गईं और मीट की दुकानें खोलकर बिक्री की गई. जब प्रशासन की खुली दुकानों पर नजर पड़ी तो कार्रवाई भी की गई, लेकिन इसके बावजूद भी कुछ समय बाद ही दुकानें फिर से खोलकर खुलेआम बिक्री की गई.
नगर पालिका ने वसूला जुर्माना
दुकानदारों ने बताया कि कई जगहों पर उन्हें इस आदेश की जानकारी भी नहीं दी गई थी. नगर पालिका के कर्मचारियों ने मौके पर जाकर दुकानों को बंद कराया है. लेकिन थोड़ी देर बाद दुकानदारों ने वापस दुकानों को खोलकर बिक्री शुरू कर दी. नगर पालिका के कर्मचारियों ने बिना रसीद दिए जुर्माना वसूला गया.
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