Rajasthan News: राजस्थान में हनुमानगढ़ के टिब्बी में एथेनॉल फैक्ट्री के विरोध में हुई हिंसा (Hanumangarh Violence) अब पूरी तरह से राजनीतिक अखाड़ा बन चुकी है. सत्ता पक्ष ने इस पूरे घटनाक्रम को विपक्ष, खासकर कांग्रेस (Congress) पार्टी की सुनियोजित चाल करार दिया है. राज्य के संसदीय कार्य एवं विधि मंत्री जोगाराम पटेल (Jogaram Patel) ने इस आंदोलन पर कांग्रेस की 'दोहरी नीति' का पर्दाफाश करते हुए बेहद तीखा हमला बोला है.
अनुमति कांग्रेस ने दी, विरोध BJP के समय क्यों?
मंत्री पटेल ने गुरुवार को अपने बयान में साफ कहा कि यह आंदोलन किसानों का नहीं, बल्कि प्रदूषित राजनीतिक उद्देश्य से कराया गया है. उन्होंने कांग्रेस पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि जिस फैक्ट्री का विरोध किया जा रहा है, उसे लगाने की अनुमति पिछली कांग्रेस सरकार ने ही दी थी, और अब वही लोग माहौल खराब कर रहे हैं.
'सरकार के 2 साल पूरे हो रहे हैं, इसीलिए यह समय चुना'
मंत्री जोगाराम पटेल ने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से दोगलेपन की राजनीति कर रही है. उन्होंने एक-एक फैक्ट गिनवाते हुए कहा, 'इस फैक्ट्री को लगाने की अनुमति पिछली कांग्रेस सरकार के समय में मिली थी. जमीन का आवंटन हुआ और MOU पर दस्तखत हुए. पिछली सरकार के समय जिसकी अनुमति मिली और कार्रवाई शुरू हुई, उसी दल के लोग अब माहौल खराब करके फैक्ट्री पर ऐतराज करें, तो यह स्पष्ट रूप से कांग्रेस की दोहरी नीति है.' पटेल ने यह भी आरोप लगाया कि इस आंदोलन को जानबूझकर इस समय चुना गया है, जब हमारी सरकार के दो साल पूरे हो रहे हैं.
'किसानों ने कानून हाथ में लिया तो मजबूरी में एक्शन हुआ'
मंत्री पटेल ने हनुमानगढ़ में हुई हिंसा और पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज पर भी सरकार का पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी है. पटेल ने कहा कि अपनी बात कहने का हक सबको है, लेकिन आग लगाकर, दीवार को तोड़कर, कानून हाथ में लेकर बात करने की इजाजत नहीं दी जा सकती. उन्होंने कहा कि जब आंदोलन हिंसक हुआ और माहौल खराब किया गया, तो पुलिस को मजबूरी में उचित एक्शन लेना पड़ा.
'किसानों के मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए'
मंत्री पटेल ने अपनी सरकार की किसान हितैषी छवि को मजबूत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सहित कैबिनेट के अधिकांश सदस्य किसान हैं और वे किसानों के दर्द को समझते हैं. उन्होंने 22 जिलों में दिन में बिजली देने और किसान सम्मान निधि देने जैसे फैसलों का हवाला देते हुए कहा कि किसानों के मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. कुल मिलाकर, सरकार ने हनुमानगढ़ हिंसा को विपक्ष द्वारा राजनीतिक षड्यंत्र के रूप में पेश करते हुए कांग्रेस पर सीधा आरोप लगाया है कि वह अपनी ही नीतियों पर यू-टर्न लेकर राज्य में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रही है.
ये भी पढ़ें:- राजस्थान रोडवेज की चलती बस में धमाका, सीटों से उछल पड़े यात्री, डर कर खिड़कियों से निकलकर बचाई जान
LIVE TV देखें