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This Article is From Sep 22, 2023

घर में बिना बताए Online Game की मास्टर ID खरीदने जैसलमेर से कोलकाता पहुंचा बच्चा

ऑनलाइन गेम को लेकर जैसलमेर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां एक नाबालिग गेमर गेम की मास्टर आईडी खरीदने के लिए घर से बिना बताए कोलकाता पहुंच गया. हालांकि पुलिस ने उसे सही सलामत बरामद कर लिया और घर वापस ला रही है.

घर में बिना बताए Online Game की मास्टर ID खरीदने जैसलमेर से कोलकाता पहुंचा बच्चा
नाबालिग बच्चा.
Jaisalmer News:

इन दिनों ऑनलाइन गेम की लत हर उम्र के लोगों को लग चुकी है. कोई टाइम पास के लिए खेल रहा है तो किसी ने ऑनलाइन गेम को अपना पेशा बना लिया है. ऑनलाइन गेम की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए सरकार ने भी कई मानक तय किए हैं और लगातार साइबर कानून बना रही है. लेकिन इसके बाद भी ऑनलाइन गेम पर नकेल नहीं कसी जा सकी है. इस बची ऑनलाइन गेम को लेकर जैसलमेर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक नाबालिग गेमर गेम की मास्टर आईडी खरीदने के लिए घर से बिना बताए कोलकाता पहुंच गया. हालांकि पुलिस ने उसे सही सलामत बरामद कर लिया और घर वापस ला रही है. 

मोबाइल घर पर रखकर हो गया लापता

18 सितंबर को नाबालिग के पिता कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसका 9वीं कक्षा में पढ़ने वाला 14 वर्षीय नाबालिग बेटा 16 सितंबर को दोपहर 3.30 बजे घर से निकला था जिसके बाद से वो लापता है. परिजनों ने उसकी तलाश भी की लेकिन वो नहीं मिला. 

उसने अपना मोबाइल भी घर पर छोड़ दिया था. पिता ने बेटे का फोन चेक किया और उसमें अंतिम बार जिन नम्बरों पर नाबालिग ने बात की थी उनके खिलाफ साइबर अपराध के तहत अपहरण करवाने का अंदेशा जताया. जिस पर पुलिस ने धारा 363 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की.

कोलकाता से बरामद हुआ नाबालिग

पुलिस ने नाबालिग को कोलकाता में ढूंढ़ निकाला और शनिवार को नाबालिग को लेकर जैसलमेर पहुंचेंगी. यह बच्चा कोलकता किसके पास जा रहा था क्यों जा रहा था और उन लोगों का बच्चे को कोलकता बुलाने के पीछे कहीं कोई और उद्देश्य तो नही था. इन सभी सवालों की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस लगी हुई है. मामले में बड़ा खुलासा होने की संभावना जताई जा रही है.

जांच में सामने आया कि ऑनलाइन गेमिंग के लिए ही वह घर पर बिना बताए कोलकाता गया था. वहां के कुछ युवकों के संपर्क में था. जैसलमेर का यह नाबालिग ऑनलाइन गेम के माध्यम से छोटी सी उम्र में जरूरत से ज्यादा पैसे कमा रहा था. 

ऑनलाइन गेमिंग से कमाता था पैसे

नाबालिग कमाए पैसों को अपनी दादी के खाते में डलवाता था और पैसे निकालने के लिए दादी को बैंक ले जाकर निकलवा लेता था. एक्सपर्ट के मुताबिक ऑनलाइन गेम में आईडी वितरित करने के लिए मास्टर आईडी लेनी होती है. इसके लिए 9 हजार देने पड़ते हैं. इसके बाद मास्टर आईडी से वह कई आईडी वितरित कर सकता है. इस 9 हजार की रकम में से आईडी जारी करने वाले को 4500 रुपए वापस भी मिल जाते हैं.

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