Mayor Munesh Gurjar: जयपुर हेरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर की परेशानी अब और बढ़ गई है. मेयर मुनेश गुर्जर पर ACB की कार्रवाई के बाद भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. वहीं मेयर मुनेश गुर्जर को पद से हटाने की कवायद की जा रही है. इसके तहत यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने भी कहा था कि एसीबी के चालान आते ही मेयर को पद से हटाया जाएगा. वहीं अब मेयर मुनेश गुर्जर को अब तीन दिन का समय दिया गया है.
स्थानीय निकाय विभाग द्वारा मेयर मुनेश गुर्जर को नोटिस जारी किया है. इस नोटिस में मुनेश गुर्जर को सभी दस्तावेजों के साथ प्रस्तुत होने को कहा गया है. साथ ही भ्रष्टाचार मामले में अपना पक्ष रखने को कहा गया है.
तीन दिन का दिया गया है समय
स्थानीय निकाय विभाग के उप निदेशक विनोद पुरोहित ने मेयर मुनेश गुर्जर को नोटिस जारी कर तीन दिन के अंदर जवाब मांगा गया है. इसमें यह भी कहा गया है कि तीन दिन में जवाब नहीं देने पर जांच की कार्यवाही को पूरा माना जाएगा. मुनेश को सभी साक्ष्य और दस्तावेज के साथ प्रस्तुत होने को कहा गया है. साथ ही पट्टे के एवज में रिश्वत लेने के मामले पर अपना पक्ष रखने को कहा गया है.
कोर्ट ने दिया है 2 हफ्ते का समय
जयपुर हेरिटेज नगर निगम मेयर मुनेश गुर्जर के खिलाफ 9 सितंबर को राजस्थान हाई कोर्ट ने चालान पेश करने का आदेश दिया है. कोर्ट ने ACB को इसके लिए दो हफ्ते का समय दिया है. वहीं माना जा रहा है कि चालान पेश करते ही मुनेश गुर्जर से मेयर पद छीन लिया जाएगा. इसके साथ उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है.
इस बारे में यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा है कि एसीबी मेयर के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश करेगी, उसके साथ ही मेयर को उनके पद से निलंबित कर दिया जाएगा. मुनेश गुर्जर को उनके पद से हटाने के बाद मौजूदा पार्षदों में से किसी एक को सरकार 60 दिन के लिए अस्थायी तौर पर मेयर का चार्ज सौंप देंगी.
यह भी पढ़ेंः मुनेश गुर्जर के निलंबर कार्रवाई पर बीजेपी को मिली चेतावनी, जातीय संगठनों ने कहा- उपचुनाव में भुगतेंगे परिणाम