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Indian Of The Year Awards 2024: चार स्तंभों पर लिखी जा रही भारत के विकास की कहानी: अश्विनी वैष्णव

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने NDTV Indian Of The Year समारोह में कहा कि उथल-पुथल के दौर में भारत दुनिया के लिए आशा बन कर उभरा है.

Indian Of The Year Awards 2024: चार स्तंभों पर लिखी जा रही भारत के विकास की कहानी: अश्विनी वैष्णव

Ashwini Vaishnaw: केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि मौजूदा समय में पूरी दुनिया में उथल-पुथल जारी है, मगर भारत सारी दुनिया के लिए एक आशा बन चुका है. रेल, सूचना और प्रसारण, तथा इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री वैष्णव ने एनडीटीवी इंडियन ऑफ़ द ईयर (NDTV Indian Of The Year) समारोह में अपने संबोधन में समकालीन विश्व में भारत की स्थिति को विस्तार से दर्शाया. उन्होंने कहा कि पिछले एक अर्से में जियोपॉलिटिकल सतह पर दुनिया भर में बदलाव हो रहे हैं, और जैसे-जैसे आर्थिक शक्ति का केंद्र बदलकर एशिया में आता जा रहा है,  उससे उन देशों के साथ एक टकराव की स्थिति बन रही है क्योंकि जो पहले एक शताब्दी से भी ज़्यादा समय से आर्थिक केंद्र हुआ कर थे उन्हें यह बदलाव स्वीकार करने में कठिनाई हो रही है. 

अश्विनी वैष्णव ने कहा,"दुनिया पिछले कुछ समय से उथल-पुथल के दौर में है. दो लड़ाईयां चल रही हैं, कोविड की वजह से सप्लाई चेन प्रभावित हुई है. इन सबके बीच में भारत सारी दुनिया के लिए एक आशा देने वाला देश है. आज देश में 6-8 प्रतिशत का आर्थिक विकास हो रहा है और महंगाई भी नियंत्रण में है." उन्होंने कहा कि भारत में सतत आर्थिक विकास प्रधानमंत्री मोदी की सोची-समझी रणनीति से संभव हो रहा है और इसके पीछे चार मुख्य आधार हैं.

"दो लड़ाईयां चल रही हैं, कोविड की वजह से सप्लाई चेन प्रभावित हुई है. इन सबके बीच में भारत सारी दुनिया के लिए एक आशा देने वाला देश है."

चार स्तंभों पर आधारित आर्थिक विकास

उन्होंने बताया कि पहला स्तंभ है- डिजिटल फिजिकल और सोशल इन्फ़्रास्ट्रक्चर में व्यापक सरकारी निवेश. वैष्णव ने कहा,"पिछले कई सालों में 3.5 लाख करोड़ रुपए का निवेश होता था, वो बढ़ता गया और अभी बजट में 11 लाख करोड़ रुपये तक हो गया है जो बहुत बड़ा निवेश है. इससे हर क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ रही है और रोज़गार का सृजन हो रहा है."

"पूरे यूरोप में जितने भी यूनिकॉर्न हैं उनसे ज्यादा भारत में यूनिकॉर्न हैं."

उन्होंने कहा कि दूसरा आधार है- मैनुफैक्चरिंग और इनोवेशन पर ध्यान. अश्विणी वैष्णव ने कहा कि इसकी वजह से आज मोबाइल फोन, डिफेंस, इंजीनियरिंग सामानों के निर्माण जैसे क्षेत्रों में काफी उत्पादन हो रहा है. उन्होंने कहा,"10 साल पहले 300-400 स्टार्ट अप थे, आज 1 लाख 20 हज़ार से ज्यादा स्टार्ट अप हैं. पूरे यूरोप में जितने भी यूनिकॉर्न हैं उनसे ज्यादा भारत में यूनिकॉर्न हैं. 10 साल पहले कोई सोच भी नहीं सकता था कि भारत दुनिया का तीसरा स्टार्टअप इकोसिस्टम बनेगा."

पूरे यूरोप की आबादी के बराबर बैंक खाते

अश्विणी वैष्णव ने कहा कि विकास का तीसरा आधार है - समग्र विकास. खास तौर पर आय में असमानता को देखते हुए इसका खास ध्यान रखा गया है. अश्विणी वैष्णव ने कहा,"आज 54 करोड़ बैंक अकाउंट खुल चुके हैं, जिनमें से आधे महिलाओं के अकाउंट हैं. पूरे यूरोप की आबादी 45 करोड़ है. इस तरह भारत ने पूरे यूरोप की आबादी के बराबर लोगों को बैंकिंग के दायरे में लाया है. 4 करोड़ लोगों के पक्के घर बने. 11 करोड़ लोगों को गैस सिलिंडर मिले जो पूरे जापान की जनसंख्या के बराबर है. जर्मनी की जनसंख्या 8 करोड़ है."

"आज 54 करोड़ बैंक अकाउंट खुल चुके हैं, जिनमें से आधे महिलाओं के अकाउंट हैं. पूरे यूरोप की आबादी 45 करोड़ है."

अश्विणी वैष्णव ने कहा कि विकास का चौथा आधार है - साधारणीकरण. उन्होंने बताया कि जो भी पुराने कानून थे उन्हें या तो हटाया जा रहा है या नए कानून बनाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा,"भारत का टेलिकॉम सेक्टर 1885 के कानून से चल रहा था. 1500 कानूनों को हटाया गया है. पहले एक टेलिकॉम टावर लगाने की अनुमति लेने में 217 दिन लगते थे, मोदी ने सितंबर 2021 में इसमें सुधार किया और आज टावर बनाने में 7 दिन लगते हैं."

मंत्री वैष्णव ने कहा कि इन चार स्तंभों पर भारत के विकास की कहानी चल रही है और आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा,"दुनिया भर में लोग सरकारों को बदल रहे हैं, मगर भारत में 60 साल के बाद किसी सरकार को लगातार तीसरी बार चुना है, क्योंकि लोगों ने अपने जीवन में एक बड़ा बदलाव देखा."

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