
IPS Rakesh Meena farewell: नीमकाथाना (सीकर) एएसपी को अनोखे अंदाज में विदाई दी गई. वहां आईपीएस अधिकारी रोशन मीणा को डीजे के साथ घोड़ी पर बिठाकर शहर के मुख्य मार्गों से ले जाया गया. उनके आगे-आगे पुलिसकर्मियों ने भी जमकर ठुमके लगाए. मौका था रोशन मीणा के ट्रांसफर का, जिन्हें अब जोधपुर कमिश्नरेट में एडिशनल डीसीपी (वेस्ट) के तौर पर तैनात किया है. करीब 7 महीने तक नीमकाथाना में जिम्मेदारी संभालने के बाद जब विदाई का मौका आया तो पुलिसकर्मियों ने गाजे-बाजे के साथ विदा किया. रोशन मीणा के सिर पर राजस्थानी साफा बांधा गया और उन्हें माला भी पहनाई गई.
राजस्थानी गानों पर नाचे SHO
सर्किल के एसएचओ सहित पुलिसकर्मियों ने राजस्थानी गानों पर ठुमके लगाए. रोशन मीणा ने कहा कि नीमकाथाना में 7 महीने पहले ट्रेनी लगाया गया था. बहुत सी ऐसी फाइल थी, इन पर स्टडी करना जरूरी था. सीओ ऑफिस के स्टाफ को साथ बैठाकर फाइल के बारे में जानकारी लेता था, ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके. उन्होंने कहा आरोपी को पकड़ना कोई बड़ी बात नहीं थी, बल्कि अहम बात यह है कि पीड़ित को न्याय कैसे दिलाया जाए.
आईपीएस बोले- यहां मैंने अपना गुरु भी बनाया
उन्होंने बताया, "यहां मैंने अपना एक गुरु बनाया है. जब भी किसी फाइल में कुछ समझ नहीं आता था तो सबसे पहले एडिशनल एसपी गिरधारी लाल शर्मा को कॉल करके उनसे जानकारी लेता था. तब जाकर वह मामला सॉल्व होता था. इसलिए मैंने अपना पहला गुरु एएसपी गिरधारी लाल शर्मा को ही बनाया है."
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